पटना: कोरोना के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में वैक्सीनेशन का सबसे अहम रोल है और इस वैक्सीनेशन के महाअभियान (vaccination mahaabhiyan in bihar) में प्रदेश में महिलाओं (Bihar women aware about vaccination) ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाई है. प्रदेश में महिलाओं की सक्रियता का ही नतीजा है कि बिहार देशभर में वैक्सीनेशन के मामले में चौथे स्थान पर है. देशभर में वैक्सीनेशन की बात करें तो पुरुषों के तुलना में महिलाओं को लगभग 3.5 करोड़ कम डोज पड़ा है. वहीं बिहार की बात करें तो बिहार में महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में लगभग 27 लाख से अधिक डोज लिया है.
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बिहार में अब तक 118637973 वैक्सीनेशन हुए हैं जिसमें पुरुषों का 57631749 वैक्सीनेशन हुआ है जबकि महिलाओं के वैक्सीनेशन की संख्या 60247584 है. देशभर में वैक्सीनेशन के मामले में टॉप पर उत्तर प्रदेश है जबकि दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र, तीसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल और बिहार चौथे नंबर पर है. वैक्सीनेशन में बिहार के चौथे नंबर पर होने का पूरा श्रेय आधी आबादी को जाता है, जिन्होंने कोरोना सुरक्षा चक्र में पुरुषों को काफी पीछे छोड़ दिया है.
वहीं देश के कई राज्यों में महिलाएं पुरुषों की तुलना में वैक्सीनेशन अभियान में कम सामने आई हैं. लेकिन बिहार में शुरुआती दौर से महिलाओं ने वैक्सीनेशन में बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी निभाई है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि, प्रदेश में वैक्सीनेशन अभियान में महिलाओं की संख्या शुरू से ही पुरुषों से अधिक रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं ने काफी अधिक सक्रियता दिखाई है. स्वास्थ विभाग का कहना है कि सरकार जिस प्रकार महिलाओं के हित में काम कर रही है और शराबबंदी जैसे अभियान को लागू कर महिलाओं के मनोबल को बढ़ाया है, उसी का नतीजा है कि प्रदेश में हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं और कोरोना की लड़ाई में भी महिलाओं ने अपना जलवा दिखा कर पूरे देश में बिहार का लोहा मनवाया है.
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पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिलाओं के उत्थान की दिशा में किए प्रयासों का ही नतीजा है कि प्रदेश में हर क्षेत्र में महिलाएं अपनी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं और पुरुषों से आगे निकल रही हैं. चाहे जीविका समूह हो या पंचायती राज में 50% महिलाओं के लिए जगह आरक्षित करने का काम हो, सरकार के ही प्रयासों का नतीजा है कि प्रदेश में हर सामाजिक स्तर पर महिलाओं की सक्रियता पहले से कई गुना बढ़ी है.
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अब महिलाओं ने वैक्सीनेशन में पुरुषों को काफी पीछे छोड़ कर देश में अपना लोहा मनवाया है. आज बिहार महिलाओं की सक्रियता के मामले में देश में एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत हो रहा है. प्रदेश में हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों के बराबर सक्रिय हो रही हैं और उनसे आगे निकल रही हैं. वैक्सीनेशन अभियान में जहां देश भर के पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या कम है, वहीं बिहार में इस संख्या का ज्यादा होना यह सबूत है कि प्रदेश में महिलाएं कितनी सक्रिय है.
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