पटनाः भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे की मौत (Akanksha Dubey death) से उबर नहीं पाया है. भोजपुरी के प्रसिद्ध गायक और अभिनेता खेसारी लाल यादव ने बुधवार को पटना में कहा कि आकांक्षा दुबे की मौत से मैं काफी दुखी हूं. विश्वास ही नहीं होता कि वह अब हमलोगों के बीच नहीं है. जब मुझे इस बात की खबर मिली की आकांक्षा की मौत हो गई तो मैं काफी दुखी हो गया था. बता दें कि खेसारी पटना में पियाजियो आपे के एक लांचिंग कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. इस दौरान ही उनसे जब आकांक्षा दुबे के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने बुझे स्वर में दुख जताया.
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25 मार्च को मिला था आकांक्षा का शवः भोजपुरी फिल्म एक्ट्रेस अकांक्षा दुबे का शव 25 मार्च को बनारस के सारनाथ थाना क्षेत्र के एक होटल के कमरे से बरामद हुआ था. शव फंदे से लटका हुआ था. प्रारंभिक जांच में पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया था. लेकिन 27 मार्च को आकांक्षा दुबे की मां ने भोजपुरी गायक समर सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी. आकांक्षा के परिजनों ने समर सिंह पर उसकी हत्या का आरोप लगाया है. समर पर आत्महत्या के लिए उसकाने का मामला दर्ज किया गया और काफी प्रयास के बाद समर की गिरफ्तारी संभव हो सकी.
"आकांक्षा दुबे की मौत से मैं काफी दुखी हूं. जब मुझे इस बात की खबर मिली की आकांक्षा की मौत हो गई तो मैं काफी दुखी हो गया था. विश्वास ही नहीं होता कि वह अब हमलोगों के बीच नहीं है"- खेसारी लाल यादव, भोजपुरी फिल्म अभिनेता
बड़े- बड़े कलाकारों ने सोशल मीडिया पर जताया था शोकः आकांक्षा दुबे की मौत के बाद भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े कलाकारों ने उनके परिजन से मुलाकात की सांत्वना दी. इस कड़ी में भोजपुरी की मशहूर अदाकारा अक्षरा सिंह भी आकांक्षा दुबे के घर गई और उसकी मां से मिलकर हर संभव मदद करने की बात कही थी. वहीं भोजपुरी के पॉवर स्टार पवन सिंह ने दुख जताया था और एक पोस्ट भी डाला था. इसी तरह कई अभिनेता-अभिनेत्रियों ने आकांक्षा की मौत पर दुख जताया. अब खेसाली लाल ने भी अभिनेत्री की मौत पर दुखी होने की बात कही है.
'मैं हीरो ही ठीक हूं': पटना में खेसारी लाल यादव ने राजनीतिक में आने पर भी कुछ सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा मैं हीरो ही ठीक हूं. राजनीति ज्वाइन करने का कोई इरादा नहीं है. सब को अलग-अलग काम करना चाहिए. सब राजनीति में आ जाएंगे तो फिल्मों में काम कौन करेगा. इसलिए मुझे फिल्म में काम करने दीजिए, जो राजनीति में हैं वही लोग राजनीति का काम संभाले.