पटना : प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से बुलाए गए भारत बंद का व्यापक असर दिखा. इस दौरान लोगों ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
एनआरसी और सीएए का विरोध
एनआरसी और सीएए के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से बुलाए गए भारत बंद का असर दरभंगा के शहरी इलाकों में देखने को मिला. यहां नवयुवकों की टोली सड़क को जाम कर एनआरसी, एनपीआर और सीएए को वापस लेने की मांग कर अपवनी आवाज को बुलंद कर रहे थे. भारत बंद को लेकर जिला प्रशासन की ओर से जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई थी.
पहली बार प्रदर्शन में दिखे एआईएमआईएम के झंडे और बैनर
बेतिया में भी भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला.यहां भी प्रदर्शनकारियों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने काला कानून वापस लेने की मांग की. प्रदर्शन के दौरान पूरे शहर में जाम की स्थिति बनी रही. वहीं, प्रदर्शन के दौरान पहली बार बेतिया में एआईएमआईएम के झंडे और बैनर देखने को मिले.
बहुजन पार्टी के नेताओं ने सरकार पर जमकर हमला बोला
बक्सर जिले में भी एनआरसी, सीएए और एनपीआर के विरोध में सड़क पर उतरे बहुजन पार्टी के नेताओं ने सरकार पर जमकर हमला बोला. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने इस बिल को वापस लेने की मांग की.
एनआरसी और सीएए का विरोध में महिलाओं ने भी लिया हिस्सा
समस्तीपुर जिले में भी सभी दल के लोग एकजुट होकर सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ सड़क पर उतर कर समस्तीपुर दरभंगा मार्ग को जाम कर दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान महिलाएं भी सड़क पर उतर कर हाथ में पोस्टर और बैनर लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रही थी. रालोसपा, जन अधिकार पार्टी सहित बहुजन मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतरकर इस कानून के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे.
मोतिहारी में भी बंद का दिखा व्यापक असर
मोतिहारी जिले में भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ भारत बंद का मिला जुला असर दिखा. लोगों ने सड़कों पर उतर कर सीएए के खिलाफ प्रदर्शन किया. बहुजन क्रांति मोर्चा के आह्वान पर हो रहे भारत बंद को विभिन्न राजनीतिक दलों का भी समर्थन मिला. लेकिन भारत बंद को समर्थन देने वाले राजनीतिक दलों के नेता नदारद दिखे.