ETV Bharat / state

पटना: बंगाली महिलाओं ने की मां दुर्गा की बरन पूजा, खुशी-खुशी करती हैं मां को विदा

महिलाओं का कहना है कि जिस तरह से शादी के वक्त बेटी की विदाई की जाती है. उसी तरह से दुर्गा मां की भी विदाई की जाती है.

author img

By

Published : Oct 8, 2019, 3:25 PM IST

बरन पूजा

पटना: राजधानी में गर्दनीबाग कालीबाड़ी मंदिर के बंगाली अखाड़ा में बंगाली पद्धति से मां दुर्गा की आराधना की जाती है. मंगलवार को मूर्ति विसर्जन से पहले बंगाली समाज की महिलाएं बड़ी संख्या में पंडाल में आकर मां दुर्गा की बरन पूजा करती है. ऐसी आस्था है कि ऐसा करने से संतान और सुहाग सुखी रहता है. बंगाली महिला इस पूजा को अपने अलग अंदाज में करती है.

patna
मां दुर्गा की पूजा

मां दुर्गा को खुशी-खुशी करती हैं विदा
बताया जाता है कि महिलाएं सबसे पहले मां दुर्गा के प्रतिमा को पान के पत्ते से पोछती हैं. फिर मां का श्रृंगार करती हैं और मां को प्रसाद खिलाती हैं. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से परिवार में सुख समृद्धि आती है. साथ ही बंगाली समाज की महिलाओं का कहना है कि मां दुर्गा को हम खुशी- खुशी विदा करते हैं. साथ ही मां अगले साल भी खुशी- खुशी आए इसके लिए प्रार्थना भी की जाती है.

बंगाली महिलाओं ने की मां दुर्गा की पूजा

बंगाली महिलाएं लेती है भाग
इस पूजा में बड़ी संख्या में महिलाएं हिस्सा लेती हैं. ज्यादातर इस पूजा में बंगाली महिला ही भाग लेती हैं. महिलाओं का कहना है कि जिस तरह से शादी के वक्त बेटी की विदाई की जाती है, उसी तरह से इस पूजा में दुर्गा मां की भी विदाई की जाती है. इस पूजा को बिहार की महिलाएं भी बहुत उत्साह से मनाती हैं.

पटना: राजधानी में गर्दनीबाग कालीबाड़ी मंदिर के बंगाली अखाड़ा में बंगाली पद्धति से मां दुर्गा की आराधना की जाती है. मंगलवार को मूर्ति विसर्जन से पहले बंगाली समाज की महिलाएं बड़ी संख्या में पंडाल में आकर मां दुर्गा की बरन पूजा करती है. ऐसी आस्था है कि ऐसा करने से संतान और सुहाग सुखी रहता है. बंगाली महिला इस पूजा को अपने अलग अंदाज में करती है.

patna
मां दुर्गा की पूजा

मां दुर्गा को खुशी-खुशी करती हैं विदा
बताया जाता है कि महिलाएं सबसे पहले मां दुर्गा के प्रतिमा को पान के पत्ते से पोछती हैं. फिर मां का श्रृंगार करती हैं और मां को प्रसाद खिलाती हैं. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से परिवार में सुख समृद्धि आती है. साथ ही बंगाली समाज की महिलाओं का कहना है कि मां दुर्गा को हम खुशी- खुशी विदा करते हैं. साथ ही मां अगले साल भी खुशी- खुशी आए इसके लिए प्रार्थना भी की जाती है.

बंगाली महिलाओं ने की मां दुर्गा की पूजा

बंगाली महिलाएं लेती है भाग
इस पूजा में बड़ी संख्या में महिलाएं हिस्सा लेती हैं. ज्यादातर इस पूजा में बंगाली महिला ही भाग लेती हैं. महिलाओं का कहना है कि जिस तरह से शादी के वक्त बेटी की विदाई की जाती है, उसी तरह से इस पूजा में दुर्गा मां की भी विदाई की जाती है. इस पूजा को बिहार की महिलाएं भी बहुत उत्साह से मनाती हैं.

Intro:एंकर राजधानी पटना में बंगाली अखाड़ा गर्दनीबाग कालीबाड़ी मंदिर और स्टेशन रोड बंगाली अखाड़ा में बंगाली पद्धति से मा दुर्गा की आराधना की जाती है आज मूर्ति विसर्जन का वक्त है उससे पहले बंगाली समाज की महिला बड़ी संख्या में आकर पूजा पंडाल में मा दुर्गा की बरन पूजा करती है आस्था है कि ऐसा करने से संतान सुखी रहता है बंगाली महिला इस पूजा को अपने अलग अंदाज में करती है


Body: सबसे पहले मा दुर्गा के प्रतिमा को पान के पत्ते से पोछती है और फिर माँ के मुंह मे प्रसाद देती है साथ ही माँ का श्रृंगार भी करती है निश्चित तौर पर यदि नजारा दखने में बंटा है महिलाओं का मानना है कि इससे परिवार में सुख समृद्धि आती है साथ ही बंगाली समाज की महिलाओं का कहना है कि माँ दुर्गे को हम खुसी खुसी बिदा करते हैं माँ अगके साल भी खुसी खुसी आएं इसके लिए भी हम उनसे प्राथना करते हैं


Conclusion: बड़ी संख्या में महिलाएं बेटी को जिस तरह बिदा किया जाता है उसी तरह खुसी का माहौल बनाती हैं और बरन पूजा करती है निश्चित तौर पर इस पूजा में बंगाली महिला ही भाग लेती है लड़कीं बिहार की महिला भी इस पूजा को बहुत चाव से देखती है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.