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'बीएड कईल भईल जी का जंजाली.. हम करी त का', सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अभ्यर्थियों ने गीत गाकर सुनाया अपना दर्द

जब से सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया है कि बीएड अभ्यर्थी कक्षा 1 से 5 का शिक्षक बनने के लिए योग्य नहीं रहेंगे. इसके बाद से इन अभ्यर्थियों की उलझनें बढ़ गई है. बिहार शिक्षक बहाली में कक्षा 1 से 5 के लिए 3.90 लाख बीएड अभ्यर्थियों ने अप्लाई किया है लेकिन सरकार ने अब तक इस पर स्पष्ट रुख नहीं किया है. ऐसे में तमाम बीएड छात्र परेशान हैं. ऐसे में इन छात्रों ने पटना में बैठक कर सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की. इस दौरान एक छात्रा ने गीत के माध्यम से अपना दर्द साझा किया है.

बीएड अभ्यर्थियों ने गाना गाकर दर्द सुनाया
बीएड अभ्यर्थियों ने गाना गाकर दर्द सुनाया
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Published : Aug 21, 2023, 6:04 PM IST

बीएड अभ्यर्थियों ने गाना गाकर दर्द सुनाया

पटना: बीएड पास अभ्यर्थी कक्षा 1 से 5वीं तक का शिक्षक नहीं बन सकेंगे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हालांकि अभी तक बिहार सरकार की ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया है लेकिन एसटीइटी 2023 परीक्षा में बीएड अपीयरिंग अभ्यर्थियों को बैठने का मौका नहीं मिलने से अभ्यर्थी काफी नाराज हैं. इसी को लेकर के पटना की यूथ हॉस्टल में सोमवार को राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के बैनर तले अभ्यर्थियों की एक बैठक बुलाई गई. इस बैठक के बाद प्रेस वार्ता के दौरान छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि वह सरकार से मांग करते हैं कि बीपीएससी शिक्षक बहाली में वर्ग 1-5 में बीएड वालों के लिए स्थिति सरकार अविलंब स्पष्ट करें. इसके साथ ही STET-2023 मे CTET की तरह Appearing मे फॉर्म भरने का मौका दिया जाए. इनका कहना है कि एसटीईटी परीक्षा फॉर्म जो अभ्यर्थी भर चुके हैं, उन्हें परीक्षा फॉर्म को एडिट का मौका दिया जाए.

ये भी पढ़ें: Bihar Niyojit Shikshak: शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा केंद्रों की सूची जारी, BPSC की वेबसाइट से करें डाउनलोड

"शिक्षक बहाली में सरकार एनसीटीई का हवाला देकर कह रही है कि जो एनसीटीई का निर्णय होगा, उसी आधार पर तय होगा कि बीएड वाले कक्षा 1 से 5 में शिक्षक बनेंगे या नहीं. वहीं दूसरी ओर एनसीटीई कहती है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा में बीएड और डीएलएड अपीयरिंग अभ्यर्थी भी फॉर्म भर सकते हैं और सीटेट परीक्षा में अपीयरिंग वाले अभ्यर्थी फॉर्म भरते हैं लेकिन सरकार यहां एसटीईटी परीक्षा में अपीयरिंग वालों को मौका नहीं दे रही है"- दिलीप कुमार, छात्र नेता

फॉर्म भरने की तिथि बढ़ाने की मांग: छात्र नेताओं का कहना है कि साइंस विषय में 2019 के बाद एसटीइटी परीक्षा आयोजित की जा रही है और आर्ट्स के कई विषयों में 2011 के बाद परीक्षा आयोजित की जा रही है. ऐसे में वह मांग करते हैं कि केंद्र की तर्ज पर राज्य सरकार भी उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में अपीयरिंग वाले अभ्यर्थियों को मौका दें. इसके साथ ही एसटीइटी परीक्षा के लिए फॉर्म भरने की आखिरी तिथि को कम से कम 20 दिनों के लिए और बढ़ाया जाए. फॉर्म भरने के लिए मात्र 15 दिनों का समय दिया गया.

सरकार की मंशा पर उठाया सवाल: इन छात्रों का कहना है कि सरकार की ऐसी मंशा नजर आ रही है कि सरकार नहीं चाहती कि अधिक अभ्यर्थी फॉर्म भरे, क्योंकि 23 को फॉर्म भरने का समय खत्म हो रहा है और 24 से शिक्षक बहाली की परीक्षा शुरू हो रही है. कई अभ्यर्थी ऐसे हैं, जो एसटीइटी परीक्षा फॉर्म भरने में भी व्यस्त हैं और शिक्षक बहाली के लिए अपना एडमिट कार्ड निकालने में भी व्यस्त है और पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं.

क्या बोली बीएड अपीयरिंग छात्रा: वहीं इस दौरान छात्र एकता मंच की छात्रा निधि सिंह ने कहा कि वह बीएड अपीयरिंग की छात्रा है. वह सरकार से मांग करती है कि उन्हें एसटीइटी परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाए. भले ही इसके लिए एक अटेम्प उनका हटा लिया जाए. उन्होंने कहा कि यह अब तय हो चुका है कि सरकार भले ही यह जो बहाली परीक्षा ले रही है, उसमें बीएड अभ्यर्थी कक्षा 1 से 5 के लिए परीक्षा देंगे लेकिन वह शिक्षक नहीं बन पाएंगे और सरकार उन्हें मूर्ख बना रही है. सरकार सुप्रीम कोर्ट और एनसीटीई के नाम पर अभ्यर्थियों को सिर्फ मूर्ख बनाने का काम कर रही है और अपनी नीति कुछ स्पष्ट नहीं कर रही.

गीत गाकर छात्रा ने सुनाया दर्द: उन्होंने इस मौके पर एक अपनी तैयार की हुई गीत सुनाया, जिसमें उन्होंने बीएड शिक्षक अभ्यर्थियों और बीएड अपीयरिंग वाले युवाओं की पीड़ा और वेदना को गीत के माध्यम से व्यक्त किया गया है. उसके गीत के बोल हैं, 'दिन पर दिन बढ़ल जाता रोज बेरोजगारी.. बोला करी त का. बीएड कईल भईल जी का जंजाली.. हम करी त का. एसटेट के 5 साल से कईनी इंतजार, आईल वैकेंसी तो होईल बवाल, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से छात्र परेशान, बोला केय जिम्मेदार..'

बीएड अभ्यर्थियों ने गाना गाकर दर्द सुनाया

पटना: बीएड पास अभ्यर्थी कक्षा 1 से 5वीं तक का शिक्षक नहीं बन सकेंगे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हालांकि अभी तक बिहार सरकार की ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया है लेकिन एसटीइटी 2023 परीक्षा में बीएड अपीयरिंग अभ्यर्थियों को बैठने का मौका नहीं मिलने से अभ्यर्थी काफी नाराज हैं. इसी को लेकर के पटना की यूथ हॉस्टल में सोमवार को राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के बैनर तले अभ्यर्थियों की एक बैठक बुलाई गई. इस बैठक के बाद प्रेस वार्ता के दौरान छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि वह सरकार से मांग करते हैं कि बीपीएससी शिक्षक बहाली में वर्ग 1-5 में बीएड वालों के लिए स्थिति सरकार अविलंब स्पष्ट करें. इसके साथ ही STET-2023 मे CTET की तरह Appearing मे फॉर्म भरने का मौका दिया जाए. इनका कहना है कि एसटीईटी परीक्षा फॉर्म जो अभ्यर्थी भर चुके हैं, उन्हें परीक्षा फॉर्म को एडिट का मौका दिया जाए.

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"शिक्षक बहाली में सरकार एनसीटीई का हवाला देकर कह रही है कि जो एनसीटीई का निर्णय होगा, उसी आधार पर तय होगा कि बीएड वाले कक्षा 1 से 5 में शिक्षक बनेंगे या नहीं. वहीं दूसरी ओर एनसीटीई कहती है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा में बीएड और डीएलएड अपीयरिंग अभ्यर्थी भी फॉर्म भर सकते हैं और सीटेट परीक्षा में अपीयरिंग वाले अभ्यर्थी फॉर्म भरते हैं लेकिन सरकार यहां एसटीईटी परीक्षा में अपीयरिंग वालों को मौका नहीं दे रही है"- दिलीप कुमार, छात्र नेता

फॉर्म भरने की तिथि बढ़ाने की मांग: छात्र नेताओं का कहना है कि साइंस विषय में 2019 के बाद एसटीइटी परीक्षा आयोजित की जा रही है और आर्ट्स के कई विषयों में 2011 के बाद परीक्षा आयोजित की जा रही है. ऐसे में वह मांग करते हैं कि केंद्र की तर्ज पर राज्य सरकार भी उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में अपीयरिंग वाले अभ्यर्थियों को मौका दें. इसके साथ ही एसटीइटी परीक्षा के लिए फॉर्म भरने की आखिरी तिथि को कम से कम 20 दिनों के लिए और बढ़ाया जाए. फॉर्म भरने के लिए मात्र 15 दिनों का समय दिया गया.

सरकार की मंशा पर उठाया सवाल: इन छात्रों का कहना है कि सरकार की ऐसी मंशा नजर आ रही है कि सरकार नहीं चाहती कि अधिक अभ्यर्थी फॉर्म भरे, क्योंकि 23 को फॉर्म भरने का समय खत्म हो रहा है और 24 से शिक्षक बहाली की परीक्षा शुरू हो रही है. कई अभ्यर्थी ऐसे हैं, जो एसटीइटी परीक्षा फॉर्म भरने में भी व्यस्त हैं और शिक्षक बहाली के लिए अपना एडमिट कार्ड निकालने में भी व्यस्त है और पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं.

क्या बोली बीएड अपीयरिंग छात्रा: वहीं इस दौरान छात्र एकता मंच की छात्रा निधि सिंह ने कहा कि वह बीएड अपीयरिंग की छात्रा है. वह सरकार से मांग करती है कि उन्हें एसटीइटी परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाए. भले ही इसके लिए एक अटेम्प उनका हटा लिया जाए. उन्होंने कहा कि यह अब तय हो चुका है कि सरकार भले ही यह जो बहाली परीक्षा ले रही है, उसमें बीएड अभ्यर्थी कक्षा 1 से 5 के लिए परीक्षा देंगे लेकिन वह शिक्षक नहीं बन पाएंगे और सरकार उन्हें मूर्ख बना रही है. सरकार सुप्रीम कोर्ट और एनसीटीई के नाम पर अभ्यर्थियों को सिर्फ मूर्ख बनाने का काम कर रही है और अपनी नीति कुछ स्पष्ट नहीं कर रही.

गीत गाकर छात्रा ने सुनाया दर्द: उन्होंने इस मौके पर एक अपनी तैयार की हुई गीत सुनाया, जिसमें उन्होंने बीएड शिक्षक अभ्यर्थियों और बीएड अपीयरिंग वाले युवाओं की पीड़ा और वेदना को गीत के माध्यम से व्यक्त किया गया है. उसके गीत के बोल हैं, 'दिन पर दिन बढ़ल जाता रोज बेरोजगारी.. बोला करी त का. बीएड कईल भईल जी का जंजाली.. हम करी त का. एसटेट के 5 साल से कईनी इंतजार, आईल वैकेंसी तो होईल बवाल, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से छात्र परेशान, बोला केय जिम्मेदार..'

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