पटना: बिहार में शिक्षक नियोजन प्रक्रिया (teacher recruitment process in bihar) जारी है लेकिन इसके बीच गर्दनीबाग धरना स्थल पर लगातार शिक्षक अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन भी चल रहा है. जो बीएड और डीएलएड उतीर्ण हैं, उन छात्रों की मांग है कि जब तक बीटीईटी परीक्षा नहीं होती है, तब तक वह शिक्षक बहाली पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाए. इनके मुताबिक वर्तमान में जो शिक्षक की बहाली हो रही है, उसमें धांधली हो रही है. इसका कारण है कि बिना पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण किए हुए ही बहाली की जा रही है.
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बीएड और डीएलएड उत्तीर्ण छात्रों का प्रदर्शन: धरने पर बैठे छात्र अनीश दुबे का साफ-साफ कहना है कि सरकार बिना नियमावली के ही नियोजन करवा रही है, जो कि गलत है. उन्होंने कहा कि हम लोग बीएड पास छात्र हैं. हम लोग चाहते हैं कि राज्य सरकार बीटीईटी की परीक्षा पहले ले और उसमें जो लोग उतीर्ण हो, उन्हें ही शिक्षक बहाली में शामिल किया जाए. उनका कहना है कि हम लोग तब तक धरने पर बैठे रहेंगे, जब तक कि सरकार हमारी मांग पूरा नहीं करती.
शिक्षक बहाली में धांधली: वहीं, सुपौल से आए हुए आलोक कुमार का साफ-साफ कहना है कि वर्तमान में जो शिक्षक की बहाली हो रही है, उसमें बहुत बड़ी धांधली हो रही है. इसका कारण है कि बिना पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण किए ही बहाली की जा रही है, जो कि अनुचित है. शिक्षक नियोजन नियमावली का भी पालन राज्य सरकार नहीं कर रही है. इसीलिए हम लोग चाहते हैं कि सबसे पहले बिहार सरकार बीटीईटी का एग्जाम ले और उसके बाद बहाली करें फिलहाल 5 साल से एग्जाम नहीं हुआ है. निश्चित तौर पर हम लोग इस तरह के एग्जाम लेने की मांग को लेकर ही आज धरना पर बैठे हैं.
शिक्षक पात्रता परीक्षा पर रोक: आपको बता दें कि मंगलवार को ही शिक्षा विभाग में एक नोटिफिकेशन निकाला है. जिसमें कहा गया है कि प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा फिलहाल नहीं होगी. जब सरकार को जरूरत पड़ेगी, तब लिया जाएगा. फिलहाल वैसे अभ्यर्थी जो केंद्र सरकार द्वारा लिए जाने वाले शिक्षक पात्रता परीक्षा को उत्तीर्ण किए हैं, उसकी मान्यता बिहार सरकार देगी. इसके खिलाफ ही बीएड और डीएलएड उतीर्ण सैकड़ों छात्र-छात्राएं पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर धरना दे रहे हैं.
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