पटना: राजधानी के फतुहा थाना क्षेत्र के दरियापुर स्थित कबीर मठ पर दो महंथ की दावेदारी हो रही थी. पटनासिटी प्रभारी एसडीएम चांदनी कुमारी ने न्यायालय के आदेश पर कबीर मठ के महंथ की नियुक्ति करने दलबल के साथ दरियापुर कबीर मठ पहुंची. जब चांदनी कुमारी ने महंथ ब्रजेश दास को दरियापुर कबीर मठ के महंथ की दावेदारी घोषणा की. तो स्थानीय लोग आक्रोशित हो गये और ब्रजेश दास के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. लोगों ने उन्हे आपराधिक घटनाओं में सलिप्तत की बात कही और उनका विरोध किया.
'महंथ ब्रजेश दास न्यायालय को कर रहे गुमराह'
लोगों का आरोप है कि महंथ ब्रजेश दास फर्जी तरीके से कागजात इकट्ठा कर न्यायालय को गुमराह कर रहे हैं. क्योंकि मठ का कई एकड़ जमीन अवैध तरीके से बेच दी गई है. उन्होंने कहा कि यह पूर्वजों की संपत्ती को हम इसे बर्बाद नहीं होने देंगे. स्थानीय की माने तो कबीर मठ के महंथ परमानंद दास जी है. लेकिन एसडीएम ने न्यायालय का आदेश रखते हुए कहा कि वर्तमान समय में न्यायालय इस मठ का महंथ ब्रजेश दास को मानती है. लेकिन स्थानीय लोगो की पहल पर 15 दिनों तक का समय दिया गया है. ताकि न्यायालय में कागजात प्रस्तुत कर स्टे का आदेश ले सके. नहीं तो न्यायालय का आदेश मान्य होगा.
15 दिनों का दिया समय
स्थानीय अभय सिंह ने बताया कि दरियापुर कबीरमठ के महंथ परमानंद दास जी हैं. दोनों महन्थों का मामला न्यायालय में लंबित है. उन्होंने कहा कि हमे 15 दिनों की समय दिया जाए ताकि न्यायालय का प्रथम आदेश आने तक ब्रजेश दास की महंथी रोकी जाए. उसके बाद विधि सम्मत कार्रवाई की मांग की. आक्रोशित स्थानीय लोगो को शांत कराते हुए एसडीएम चांदनी ने 15 दिनों का समय देते हुए महंथ ब्रजेश दास के मंहथी पर रोक लगा दिया और वापस लौट गई.