पटना: राम मंदिर शिलान्यास के बाद देश में बिहार विधानसभा चुनाव का आयोजन होना है. अक्टूबर-नवंबर में संभावित विधानसभा चुनाव की तैयारियों में चुनाव आयोग जुट गया है. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि बीजेपी को राम मंदिर शिलान्यास का फायदा विधानसभा चुनाव में मिलेगा. जिसे लेकर अभी से बीजेपी के नेता गदगद हैं. साथ ही बीजेपी नेताओं का कहना है कि यह कोई नई बात नहीं है राम मंदिर को लेकर बीजेपी का मत शुरू से स्पष्ट रहा है.
राजनीतिक विशेषज्ञ प्रोफेसर डीएम दिवाकर ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के श्रेय को लेकर कई पार्टियां दावा कर सकती हैं. कांग्रेस भी संभवत: दावा करेगी कि राम मंदिर निर्माण का रास्ता कांग्रेसी नेताओं की पहल पर हो सका है. साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें दो राय नहीं कि बिहार विधानसभा चुनाव समय पर हुआ तो बीजेपी को इसका लाभ मिलेगा. उनका मानना है कि जेडीयू को इसका कोई लाभ नहीं मिलेगा. वहीं आरजेडी को अल्पसंख्यक वोटों का फायदा जरूर मिल सकता है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मंदिर निर्माण
जदयू मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में राम मंदिर निर्माण का कोई असर नहीं पड़ेगा. यह धार्मिक मामला है. इस पर टीका-टिप्पणी भी ठीक नहीं है. महेश्वर हजारी लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा का जिक्र करते हुए कहते हैं कि मेरे ही क्षेत्र में मुस्लिम वोटों को लुभाने के लिए लालू प्रसाद यादव के शासन में आडवाणी जी का रथ रोका गया था. उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हो रहा है.
बीजेपी को मिलेगा बहुसंख्यक वोट
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के दौरान मंदिर शिलान्यास को लेकर आरजेडी लगातार तंज कसती रही है. वहीं मंदिर शिलान्यास के बाद बिहार विधानसभा चुनाव आयोजित है. बीजेपी का प्रमुख एजेंडा राम मंदिर निर्माण का शिलान्यास भले ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हुआ है. लेकिन विशेषज्ञों का मत है कि चुनाव के समय बहुसंख्यक वोट झटकने में बीजेपी जरूर कामयाब होगी.