पटना : दिवाली के खत्म होने के साथ ही लोगों के मन में सवाल उठने लगता है कि आखिर भाई दूज कब है. भाई-बहन के प्यार वाले इस त्योहार को कब मनाया जाए इसको लेकर आपके मन में सवाल उठ रहा होगा. आगे हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं.
भाई दूज कब मनाया जाता है ? : दरअसल, हमारे शास्त्रों के अनुसार बताया गया है कि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि जिस दिन दोपहर के समय पड़ती है, उसी दिन भाई दूज (भैया दूज) का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन यमराज, यमदूत के साथ-साथ चित्रगुप्त की पूजा करनी चाहिए. बिहार में कई लोग इसे भरदुतिया के नाम से भी जानते हैं.
2023 में भाई दूज का शुभ मुहूर्त : इस साल दो दिनों तक भैया दूज मनाया जाएगा. चूंकि इस बार द्वितीया तिथि 14 नंवबर को दोपहर 2 बजकर 36 मिनट पर शुरु होगी. जो 15 नंवबर को दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक चलेगी. इस तरह से इस पर्व दो दिन तक मना सकते हैं.
कब करें भाई को टीका ? : अब सवाल उठता है कि आखिर भाई के ललाट पर टीका कब करें. मुहूर्त के अनुसार आप 14 नवंबर के बाद से अपने भाई को टीका लगा सकते हैं. यही नहीं अगर आप 14 नवंबर को टीका नहीं कर पाए तो 15 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक टीका कर सकते हैं.
इस दिन क्या करना चाहिए ? : कहा जाता है कि बहनों को बिना खाना खआए भाई के माथे पर तिलक लगाना चाहिए. भाई की लंबी उम्र की कामना करनी चाहिए. उसे आशीर्वाद देने के लिए पूजा की थाल में पंचमेवा, पान, फल रख कर भाई को समर्पित करना चाहिए. इसके साथ ही भाई को भी बहन के दोनों चरणों को छूकर उसका आशीर्वाद लेना चाहिए.
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