पटना: मणिपुर में तीन मई से लॉ एंड ऑर्डर की समस्या है. 50 हजार से ज्यादा लोग बेघर हो गये हैं. जातीय संघर्ष में अब तक 100 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका जतायी जा रही है. बुधवार को सोशल मीडिया पर दो महिलाओं को नग्नवस्था में पैरेड कराने का वीडियो सामने आने के बाद मामला अतिसंवेदनशील हो गया. शुक्रवार को भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने मणिपुर के मुख्यमंत्री को असंवेदनशील बताते हुए प्रधानमंत्री से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की.
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पीएम से मणिपुर जाने की अपीलः पार्टी कार्यालय के जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंचे अशोक चौधरी ने कहा कि इस घटना पर मणिपुर के मुख्यमंत्री का बयान यह दर्शाता है कि उनकी संवेदनशीलता समाप्त हो चुकी है. विगत 2 महीने से मणिपुर में अशांति प्रकाष्ठा पर है. प्रदेश की सरकार स्थिति को नियंत्रित करने में पूरी तरह से विफल दिखाई दे रही है. इसलिए प्रधानमंत्री को स्वयं मणिपुर में जाकर शांति बहाली की ओर प्रयास करना चाहिए, ताकि मानवता की रक्षा हो सके.
"मणिपुर की घटना से पूरा देश आक्रोशित है. भाजपा के लोग नारी सम्मान और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बातें कहते हैं मगर उनकी सरकार में बेटियों के साथ जिस प्रकार का अमानवीय व्यवहार किया गया है वह काफी दुखद है."- अशोक चौधरी, भवन निर्माण मंत्री
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भाजपा पर गंभीर आरोपः एनडीए की 9 साल में पहली बैठक होने पर अशोक चौधरी ने कहा कि आखिर बैठक करने की क्यों जरूरत पड़ी है. इसलिए कि नीतीश कुमार की पहल पर विपक्षी दलों की पटना में पहली बैठक हुई जिसमें देश के प्रमुख विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए. दूसरी बैठक बेंगलुरु में की गई उसके बाद एनडीए की बैठक हुई है. प्रधानमंत्री के परिवारवाद और भ्रष्टाचार को लेकर लगाए गए आरोप पर अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार और देश की जनता अच्छे से जानती है कि भाजपा में कितने भ्रष्टाचारी और परिवारवादी नेता हैं.
भाजपा की दोहरी नीतिः अशोक चौधरी ने कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने सदन में विस्तार से भाजपा के परिवारवाद पर अपनी बात रखा था. उन्होंने बताया था कि भाजपा में जो भी भ्रष्टाचारी जाते हैं उन्हें डिटर्जेंट पाउडर से धोकर सदाचारी बना दिया जाता है. महाराष्ट्र के जिन नेताओं पर भाजपा कभी भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाती थी आज उन्हीं लोगों को मंत्रालय में शामिल कर लिया गया है. भ्रष्टाचार पर भाजपा की इस दोहरी नीति को जनता अच्छे से समझ रही है.