पटना: कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर कई राज्यों में तेजी से बढ़ रहा है. जिसको देखते हुए गुजरात, राजस्थान और हरियाणा की सरकार ने कड़े प्रावधान फिर से लागू किए हैं. इधर बिहार में मार्च महीने से बंद पड़े प्राथमिक स्कूलों के खुलने को लेकर शिक्षा मंत्री ने भी स्पष्ट किया है. उन्होंने कहा कि पढ़ाई के लिए हम बच्चों की जिंदगी खतरे में नहीं डाल सकते हैं.
क्या कहते हैं शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी
शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है. दिल्ली में संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसे देखते हुए हम बहुत सोच विचार कर स्कूल खोलने पर फैसला करेंगे. ईटीवी भारत ने शिक्षा मंत्री से सवाल किया था कि हरियाणा में स्कूल खोलने पर कई बच्चों में और शिक्षकों में संक्रमण फैल गया था. इसके बाद स्कूल बंद करना पड़ा. इस सवाल के जवाब में अशोक चौधरी ने कहा कि हम पढ़ाई के लिए बच्चों की जिंदगी को खतरे में नहीं डाल सकते. एक्सपर्ट की टीम के साथ बैठकर सलाह करेंगे. इसके बाद उच्च स्तरीय बैठक होगी जिसमें फैसला होगा स्कूल कब खुलेंगे.
बता दें कि अनलॉक की प्रक्रिया के तहत छूट मिली तो कई राज्यों ने कोरोना गाइडलाइन के पालन और सतर्कता के दावे के साथ दोबारा स्कूल खोले. हालांकि अब बच्चों और टीचर तक कोरोना संक्रमण पहुंचने से सरकार और प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए हैं. इस वजह से कई राज्यों में स्कूलों को दोबारा बंद करने का फैसला लिया जा रहा है. वहीं, मुंबई ने फिलहाल इस साल स्कूल न खोलने का फैसला किया है.