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Asha workers Protest: स्थाई नियोजन की मांग को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, गर्दनीबाग धरना स्थल पर जुटी हजारों महिला कर्मी - patna news

जिलों में प्रदर्शन करने के बाद अब बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर पहुंची हैं, जहां वो लगातार अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही हैं.

स्थाई नियोजन की मांग को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
पटना में आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
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Published : Aug 3, 2023, 2:33 PM IST

पटना में आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

पटनाः स्थाई नौकरी के मांग को लेकर आज गर्दनीबाग धरना स्थल पर बिहार के विभिन्न जिलों से आए हजारों आशा कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया. आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि हम लोग लगातार सरकार को स्वास्थ्य सेवा को सही करने में मदद कर रहे हैं, इसके बावजूद अभी तक मानदेय के रूप में 1000 की राशि ही मिलती है, जो कि गलत है.

ये भी पढ़ेंः Patna News: पटना में आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, मानदेय बढ़ाने और स्थायी नौकरी की मांग

नौकरी स्थाई करने की मांग पर अड़ींः आशा कार्यकर्ताओं का साफ-साफ कहना है कि हमारी नौकरी को स्थाई किया जाए क्योंकि स्वास्थ्य विभाग की सेवा को सुधारने के लिए हम लोग लगातार काम कर रहे हैं. बिहार के विभिन्न जिलों से आशा कार्यकर्ताओं की एक ही मांग है कि उनकी नौकरी स्थाई की जाए और इसको लेकर वह लोग पिछले महीने से ही प्रदर्शन कर रहे हैं. बिहार के विभिन्न जिलों से आई आशा कार्यकर्ताओं की एक ही मांग है कि उनकी नौकरी स्थाई की जाए और इसको लेकर वह लोग पिछले महीने से ही प्रदर्शन कर रही हैं.

1000 रुपया महीने मिलता है मानदेय: आपको बता दें कि आशा कार्यकर्ता प्रत्येक पंचायत में कार्य करती हैं और लगातार गर्भवती महिला छोटे-छोटे शिशु की जो सरकार के द्वारा स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जाता है. उसको लेकर वह सरकार को सहायता करती हैं. जिसके लिए उन्हें मात्र 1000 महीने की मानदेय दी जाती है. अब आशा कार्यकर्ता सरकार में स्थाई नौकरी की मांग कर रही है और उसको लेकर ही ये महिला कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रही हैं.

"अब हम लोग स्थाई नौकरी के अलावा कुछ नहीं चाहते हैं हम लोग कोरोना काल से लेकर अभी तक लगातार स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए सरकार के साथ काम कर रहे हैं. कंधा से कंधा मिलाकर हम लोगों ने काम किया है. बावजूद इसके सरकार हमारी मांगों को नहीं मान रही है और न हीं हमारी नौकरी को पक्की कर रही है"-
रीता देवी, आशा कार्यकर्ता

क्या है आशा कार्यकर्ताओं का कहनाः वहीं, गया से आई रागिनी सिंह का कहना है कि कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने हम लोगों को मानदेय बढ़ाने की बात कही, लेकिन अभी तक मानदेय ही नहीं बढ़ा है. अब हम लोग स्थाई नौकरी की मांग कर रहे हैं स्थाई नौकरी नहीं मिलेगी तो ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे. बक्सर से आई रूबीना खातून कहती हैं कि सरकार को चाहिए कि हम लोगों के नौकरी को स्थाई कर दे और इसी मांग को लेकर हम लोग यहां प्रदर्शन कर रहे हैं अगर हमारी मांग को नहीं माना जाएगा तो पूरे जिला में हम लोग लगातार प्रदर्शन करेंगे.

पटना में आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

पटनाः स्थाई नौकरी के मांग को लेकर आज गर्दनीबाग धरना स्थल पर बिहार के विभिन्न जिलों से आए हजारों आशा कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया. आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि हम लोग लगातार सरकार को स्वास्थ्य सेवा को सही करने में मदद कर रहे हैं, इसके बावजूद अभी तक मानदेय के रूप में 1000 की राशि ही मिलती है, जो कि गलत है.

ये भी पढ़ेंः Patna News: पटना में आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, मानदेय बढ़ाने और स्थायी नौकरी की मांग

नौकरी स्थाई करने की मांग पर अड़ींः आशा कार्यकर्ताओं का साफ-साफ कहना है कि हमारी नौकरी को स्थाई किया जाए क्योंकि स्वास्थ्य विभाग की सेवा को सुधारने के लिए हम लोग लगातार काम कर रहे हैं. बिहार के विभिन्न जिलों से आशा कार्यकर्ताओं की एक ही मांग है कि उनकी नौकरी स्थाई की जाए और इसको लेकर वह लोग पिछले महीने से ही प्रदर्शन कर रहे हैं. बिहार के विभिन्न जिलों से आई आशा कार्यकर्ताओं की एक ही मांग है कि उनकी नौकरी स्थाई की जाए और इसको लेकर वह लोग पिछले महीने से ही प्रदर्शन कर रही हैं.

1000 रुपया महीने मिलता है मानदेय: आपको बता दें कि आशा कार्यकर्ता प्रत्येक पंचायत में कार्य करती हैं और लगातार गर्भवती महिला छोटे-छोटे शिशु की जो सरकार के द्वारा स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जाता है. उसको लेकर वह सरकार को सहायता करती हैं. जिसके लिए उन्हें मात्र 1000 महीने की मानदेय दी जाती है. अब आशा कार्यकर्ता सरकार में स्थाई नौकरी की मांग कर रही है और उसको लेकर ही ये महिला कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रही हैं.

"अब हम लोग स्थाई नौकरी के अलावा कुछ नहीं चाहते हैं हम लोग कोरोना काल से लेकर अभी तक लगातार स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए सरकार के साथ काम कर रहे हैं. कंधा से कंधा मिलाकर हम लोगों ने काम किया है. बावजूद इसके सरकार हमारी मांगों को नहीं मान रही है और न हीं हमारी नौकरी को पक्की कर रही है"-
रीता देवी, आशा कार्यकर्ता

क्या है आशा कार्यकर्ताओं का कहनाः वहीं, गया से आई रागिनी सिंह का कहना है कि कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने हम लोगों को मानदेय बढ़ाने की बात कही, लेकिन अभी तक मानदेय ही नहीं बढ़ा है. अब हम लोग स्थाई नौकरी की मांग कर रहे हैं स्थाई नौकरी नहीं मिलेगी तो ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे. बक्सर से आई रूबीना खातून कहती हैं कि सरकार को चाहिए कि हम लोगों के नौकरी को स्थाई कर दे और इसी मांग को लेकर हम लोग यहां प्रदर्शन कर रहे हैं अगर हमारी मांग को नहीं माना जाएगा तो पूरे जिला में हम लोग लगातार प्रदर्शन करेंगे.

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