पटना: बिहार के भोजपुरी इंडस्ट्री में जल्द ही फिल्म नीति और सेंसर बोर्ड (Film Policy and Censor Board in Bihar) की दस्तक होने वाली है. कला संस्कृति युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र राय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कहा कि जिस तरह से भोजपुरी सिनेमा जगत या गाने में अश्लीलता परोसी जा रही है. इसे रोकने के लिए कला संस्कृति युवा विभाग फिल्म नीति और सेंसर बोर्ड पर काम कर रही है. बहुत जल्द बिहार में भी सेंसर बोर्ड बनाकर अश्लील गानों पर रोक लगाया जाएगा. कुछ चंद गायकों के द्वारा गंदे शब्द का प्रयोग कर पब्लिक के बीच में गाना परोसा जा रहा है, सेंसर बोर्ड और फिल्म नीति के बनने से ऐसे गायक इंडस्ट्री से दूर हो जाएंगे.
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कला मंत्री ने की अपील: कला संस्कृति युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र राय ने तमाम भोजपुरी के गायकों से अपील किया है कि वो अश्लील गाना ना गाय. भोजपुरी की पहचान मैथिली, छठ गीत, लोकगीत, सोहर और कई तरह के गीत हैं जो भोजपुरी में सुना जाता है. इन सब गानों को देश-विदेश के लोग भी पसंद करते हैं. बिहार में पहले से इस तरह के अश्लील गानों पर रोक लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है लेकिन इसे लेकर कानून है. गोनों में अश्लीलता को देखते हुए जिलाधिकारी को पावर है कि वह इस पर संज्ञान ले सकते हैं.
भोजपुरी गानों में अश्लीलता पर लगेगी रोक: भोजपुरी सिनेमा और भोजपुरी गायकों में कुछ लोग हैं जो अश्लीलता परोस कर इसका लाभ उठा रहे हैं. जल्द ही सेंसर बोर्ड का गठन होने के बाद ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी. वहीं गायको के सभी को सेंसर बोर्ड के द्वारा पास होने के बाद ही पब्लिक किया जाएगा. इससे लोग अपने परिवार के साथ भी भोजपुरी गाने का आनंद ले सकेंगे.
"फिल्म नीति और सेंसर बोर्ड का जब पूरा खाका तैयार हो जाएगा मुख्यमंत्री के सामने परोसा जाएगा और बिहार में बहुत जल्द फिल्म नीति और सेंसर बोर्ड का गठन किया जाएगा. बिहार का साफ छवि देश-विदेश तक जाए इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं." -जीतेंद्र राय, कला सांस्कृतिक मंत्री
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