पटना: बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि केन्द्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से गया जिले के जीटी रोड से प्रस्तावित इस्ट-वेस्ट कोरिडोर को सम्पर्कता प्रदान करने वाले आमस-दरभंगा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बिहार के विकास को नई गति देगा. राज्य के सात जिलों से होकर गुजरने वाले इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर साढ़े सात हजार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
- सात जिले से होकर गुजरेगी 212 कि.मी लम्बी सड़क
- केन्द्र व राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास की उपलब्धि है यह रोड
- 233 राजस्व गांवों में भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई प्रारम्भ
- मार्च 2021 तक चार पैकेज में आमंत्रित होगा निविदा
- जून 2021 तक कार्य प्रारंभ करने की है योजना
- गया, जहानाबाद, नालंदा, पटना, वैशाली, समस्तीपुर और दरभंगा से होकर गुजरेगी सड़क
- साढ़े सात हजार करोड़ की है परियोजना
क्या कहते हैं मंगल पांडेय
मंगल पांडेय ने गुजरने वाले एलाइन्मेंट की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस परियोजना का एलाईन्मेंट आमस, मथुरापुर, गुरारू, पंचानपुर, बेला, इब्राहिमपुर, ओकरी, पभेरा, रामनगर, सबलपुर, चकसिकन्दर, दभैच, बहुआरा, शाहपुर बधुनी (ताजपुर), शिवनन्दनपुर (बूढ़ी गंडक), बासुदेवपुर, रामनगर (लहेरियासराय), बेला नवादा (दरभंगा) के पास से गुजरेगा. उन्होंने बताया कि इस परियोजना के निर्माण कार्य में अत्यधिक तेजी लाने का निर्देश दिया गया है. भरतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय पदाधिकारी से परियोजना की निविदा प्रक्रिया शीघ्र करने के लिए अग्रिम तैयारी करने और भू-अर्जन से संबंधित राज्य सरकार की एजेन्सियों को इस महत्वाकांक्षी परियोजना में अत्यधिक विशेष तत्परता बरतने की अपेक्षा की है.