पटना (मसौढ़ी) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय योजना में शामिल 'हर घर, नल जल' योजना में मसौढ़ी अनुमंडल से लगातार शिकायत मिल रही थी. लिहाजा, जिलाधिकारी के आदेश पर एसडीएम ने एक टीम बनाकर कई गांवों में सघन जांच अभियान चलाया. इस चेकिंग अभियान के दौरान अनियमितता उजागर हुआ है. ईटीवी भारत जांच अभियान के दौरान एसडीएम के दल के साथ रहा. पढ़ें पूरी ग्राउंड रिपोर्ट
मसौढ़ी प्रखंड में अभी भी कई गांव ऐसे हैं, जहां नल जल कार्य अधूरा है. तो कहीं पैसा निकासी हो जाने के बावजूद काम नहीं हुआ है. वहीं, कहीं नल तो लगा दिया गया है लेकिन टोटियों में जल है ही नहीं. डीएम के आदेश पर जांच टीम मसौढ़ी पहुंची. तो यहां के बेर्रा गांव में नल जल योजना में भारी अनियमितता मिली.
तीन साल पहले हो गई निकासी, लेकिन...
बेर्रा में नल जल योजना के तहत आवंटित हुई राशि की निकासी 3 साल पहले ही हो गई है. बावजूद इसके, यहां पानी की टंकी तक नहीं लग पाई है. बेर्रा गांव के वार्ड नंबर-6 में एसडीओ ने लोगों से बात की और कार्रवाई का भरोसा दिलाया.
सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत स्थानीय लोगों ने इस योजना के बारे में जानकारी ली तो पता चला है कि पैसा की निकासी के बावजूद अभी भी कार्य अधूरा है. जिलाधिकारी से शिकायत करने के बाद आज एसडीएम जांच करने पहुंचे हैं और जांच में शिकायत सही पायी गयी है. शिकायतकर्ता की मानें तो तकरीबन कई योजनाओं मे लाखों की राशि का गबन हुआ है. सूचना के अधिकार के तहत 20 से अधिक सूचना की मांग की गई है, जिसमें लाखों की राशि का गबन का मामला उजागर हुआ है.
'नली गली पक्कीकरण योजना में भी लूट'
नल जल योजना और सड़क की ढलाई में भी गबन का मामला उजागर हुआ है. वहीं इस पूरे मामले में गांव के मुखिया की माने तो जमीन विवादित होने के कारण अभी तक पानी की टंकी नहीं लगी है लेकिन बहुत जल्दी पानी की टंकी लगा दी जाएगी.