पटना : पटना रेलवे स्टेशन को साफ-सुथरा रखने के लिए रेल मंडल ने ठेका एजेंसी बदल दी है. लेकिन ठेका लेने के पहले ही दिन यह एजेंसी विवादों में आ गई है. नये ठेकेदार ने ठेके पर स्टेशन की सफाई का काम करने वाले सभी कर्मचारियों को बाहर कर दिया है (All sanitation workers of Patna Junction dismissed). उसका कहना है कि हम नया कर्मचारी रखेंगे. पुराने कर्मचारी जो कि कई वर्षों से काम कर रहे थे उन्हें हटा दिया गया है. इससे नाराज सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को पटना जंक्शन पर डीआरएम का घेराव किया और जमकर प्रदर्शन (Sanitation workers protest at Patna Junction) किया.
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नये ठेकेदार पर भड़के सफाई कर्मी : पुराने सफाई कर्मियों ने कहा कि उन लोगों ने कोरोना काल के दौरान भी रेलवे स्टेशन पर नियमित तौर पर काम पर आकर सफाई की, लेकिन नया ठेका होते ही ठेकेदार ने उन्हें नौकरी से बाहर निकाल दिया. उनके घर में कोई कमाने वाला नहीं है. कोरोना काल के दौरान किसी के पिता नहीं रहे तो किसी का पति, ऐसे में नौकरी से बाहर कर देने से उनके सामने दो वक्त का खाना मिलना भी मुश्किल होगा. सफाई कर्मियों का कहना है कि पिछले 5 साल से तो कोई 10 साल से पटना जंक्शन की नियमित सफाई करते आ रहा है. कई ठेकेदार आए लेकिन जो पुराने सफाई कर्मी काम कर रहे थे उन्हीं सफाई कर्मियों को रख कर के सफाई करवाते रहे लेकिन नये ठेकेदार ने ठेका लिया है उसने सभी सफाई कर्मियों को निकाल दिया है.
डीआरएम का घेराव कर ज्ञापन सौंपा : सफाई कर्मियों ने शुक्रवार को पटना जंक्शन पर डीआरएम का घेराव कर उन्हें ज्ञापन सौंपा और अपनी मांग रखी. लेकिन डीआरएम के तरफ से कोई बयान नहीं दिया गया. सफाई कर्मी अनिल कुमार ने कहा कि पिछले कई सालों से पटना जंक्शन की सभी सफाई कर्मी नियमित रूप से काम कर रहे हैं. इस दौरान कई ठेकेदार बदले गए लेकिन पुराने सफाई कर्मी से ही काम लिया जा रहा था लेकिन अब जिस नये ठेकेदार ने ठेका लिया है, उसने सभी पुराने सफाई कर्मी को हटा दिया है और नए सफाई कर्मी को रख लिया है.
नये और पुराने सफाई कर्मी भिड़े : पुराने अस्थाई सफाई कर्मी बस एक ही मांग कर रहे हैं कि जब सफाई कर्मी काम करने के लिए तैयार हैं तो नया सफाई कर्मी रखने की क्या जरूरत पड़ी. इसी बात से नाराज सफाई कर्मियों ने पटना जंक्शन पर कल देर शाम से प्रदर्शन कर रहे हैं. मामला तूल पकड़ा और आपस में नए सफाई कर्मी और पुराने सफाई कर्मी भिड़ गए जिन्हें आरपीएफ प्रभारी सुशील कुमार और पूरी टीम ने दोनों कर्मचारियों को अलग कर समझा-बुझाकर पटना जंक्शन का रेलवे परिसर प्लेटफॉर्म वेटिंग हॉल की सफाई करने का आदेश दिया. लेकिन अभी तक पुराने सफाई कर्मी अपनी मांगों को लेकर पटना जंक्शन पर डटे हुए हैं और महिला सफाई कर्मियों को रो-रोकर हाल बेहाल हैं. सफाई कर्मियों का कहना है कि अगर हम लोग काम नहीं करेंगे तो पूरा परिवार भूख से मर जाएगा.
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