पटना: सोमवार को बिहार विधानमंडल का एक दिवसीय मानसून सत्र राजधानी के सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के ज्ञान भवन में हुआ. इस दौरान जारी सत्र में अभिनेता सुशांत सिंह हत्याकांड मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ. राजनीतिक दलों ने जहां एक सुर में सीबीआई जांच की मांग की. वहीं मुंबई पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए.
सभी दलों ने सीबीआई जांच की मांग की
सुशांत सिंह हत्याकांड मामले को लेकर बिहार विधानसभा में भी खुब शोर-शराबा हुआ. जारी सत्र के दौरान तमाम राजनीतिक दलों ने सीबीआई जांच की मांग की और जिस तरीके से इस केस को लेकर मुंबई पुलिस काम कर रही है, उस पर भी सवाल उठाए. वहीं मानसून सत्र के दौरान सदन के अंदर और बाहर इस मामले को लेकर नेताओं ने जमकर हंगामा किया.
'आरोपियों को बचाने में जुटी है मुंबई पुलिस'
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि सुशांत सिंह हत्याकांड मामले में मुंबई पुलिस फिसड्डी साबित हुई है. 45 दिन बीत जाने के बाद भी वहां की पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. पूरे मामले की जांच मैं भी सीबीआई से कराने की वकालत करता हूं.
वहीं सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि कानून को क्वॉरेंटाइन नहीं किया जा सकता है. जिस तरीके से मुंबई पुलिस काम कर रही है, उससे साफ साबित होता है कि दाल में कुछ काला है. सुशांत सिंह बिहार का बेटा है और बिहार पुलिस पूरे मामले को अंजाम तक पहुंचाएगी, कोई भ्रम में ना रहे.
केंद्र को भेजा जाए प्रस्ताव
आरजेडी नेता ललित यादव ने कहा कि मुंबई पुलिस लाइन आफ एक्शन पर मैं कुछ भी नहीं कहूंगा. लेकिन पूरे मामले की जांच सीबीआई से हो यह मेरी चाहत होगी.
वहीं कांग्रेस नेता अवधेश प्रसाद सिंह ने कहा कि हमने विधानसभा अध्यक्ष को यह कहा है कि सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाए. जिसमें सीबीआई जांच की मांग की जाए.