पटना: शराबबंदी के बीच पटना के नाले से शराब की बोतलें निकल रही हैं. बोरिंग कनाल रोड की सड़क पर नाले से निकाली गई बोतल शराबबंदी की असली तस्वीर बता रही है. लाख कोशिशों के बावजूद शहर में शराब उपलब्ध होना शराबबंदी की विफलता की तरफ इशारा करता है.
बिहार में नीतीश कुमार की सरकार चल रही है. पिछले चुनाव में उनकी पार्टी ने एक स्लोगन दिया था. बिहार में बहार है नीतीशे कुमार है. सरकार बनी और वादा के मुताबिक शराबबंदी भी हुई. लेकिन इसके बाद अवैध शराब कारोबारियों की मानों चांदी हो गयी. लाख कोशिशों के बावजूद राजधानी में शराब की बोतलें बरामद हो रही है. यानी पटना में भी धड़ल्ले से शराब की बिक्री जारी है.
पॉश इलाके से मिल रही शराब
ऐसी परिस्थिति में बिहार में शराब माफियों के लिए बहार है ये कहना गलत नहीं होगा. शराबबंदी पर मुख्यमंत्री ने कई बार समीक्षा बैठक की. कड़े कानून भी बने, लेकिन इसके बाद भी शराबबंदी का प्रभाव राजधानी पटना में नहीं दिख रहा है. जहां शराब माफियाओं और शराबी को पकड़ा जा रहा है. वहीं, शहर के पॉश इलाकों की सड़कों पर शराब की बोतल पाई जा रही है.
नाला सफाई में निकली शराब की बोतलें
शराबबंदी को मुंह चिढ़ाती एक तस्वीर पटना के बोरिंग कनाल रोड पर देखने को मिला. दरअसल इंदिरा भवन के दूसरे गेट के पास नाला है. जहां नाले की सफाई नगर निगम के कर्मचारियों ने किया. सफाई के दौरान नाले से शराब की सैंकड़ों बोतलें बरामद हुई. नाले की सफाई कर कर्मचारी सड़क पर शराब की बोतलें छोड़ गए.
रूक-रूककर देख रहे लोग
बोरिंग कनाल रोड इंदिरा भवन की तरफ से गुजरने वाले लोगों की नजर सड़क पर खाली पड़ी सैकड़ों बोतल को देखकर अचंभित हो रही है. लोगों का कहना है तो बिहार में जारी शराबबंदी पूरी तरह से फेल है. आम लोगों का कहना है कि इलाके के लोग शराब पीकर खाली बोतल नाले में डाल देते हैं. इसी का नतीजा है, नाला सफाई में बोतल निकल रहा है.