पटनाः बिहार में जदयू भाईचारा यात्रा निकाल रही है. एक अगस्त से इसकी शुरुआत हो चुकी है. यह यात्रा मुसलमान वोटर को रिझाने के लिए है, जिसके बाद सियासत शुरू हो गई है. AIMIM विधायक अख्तरूल ईमान ने बताया कि ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह भाईचारा यात्रा नहीं बल्कि मुसलमान को चारा बनाने वाली यात्रा है.
यह भी पढ़ेंः JDU Bhaichara Yatra : 'हिन्दू-मुस्लिम में BJP ने फैलाया इंफेक्शन'.. JDU MLC खालिद अनवर बोले- 'एंटीबायोटिक देना जरूरी'
दिगभ्रमित कर रहे नीतीश कुमारः अख्तरूल ईमान ने कहा कि नीतीश कुमार सिर्फ लोगों को दिगभ्रमित करने का काम कर रहे हैं. जिसने भाजपा और NRC का समर्थन किया. कभी मुसलमान के लिए कोई काम नहीं किया आज भाईचारा यात्रा निकाल रहे हैं. नीतीश कुमार ने कभी सीमांचल के मुसलमान के लिए कुछ नहीं किया. जबकि सीमांचल में मुसलमानों की बड़ी बस्ती है.
"कोई गलतहमी में न रहें कि यह भाईचारा यात्रा है. ये लाचार मुसलमान को चारा बनाने वाली यात्रा है. JDU के लोग कब से भाईचारा यात्रा निकलाने लगे? जिन्होंने भाजपा को स्थापित किया, जिन्होंने NRC का समर्थन किया वे क्या भाईचारा यात्रा निकालेंगे? सीमांचल में मुस्लामों की बड़ी बस्ती है, वहां गरीबी से लोग परेशान हैं. सड़कें टूटी हुई हैं, पुल लटका हुआ है. उर्दू शिक्षकों की जिन्होंने बहाली नहीं ही, आज वे भाईचारा यात्रा निकाल रहे हैं. नीतीश कुमार जनता को दिगभ्रमित कर रहे हैं." -अख्तरूल ईमान, विधायक, एआईएमआईएम
भाजपा पर भी साधा निशानाः शुक्रवार को पटना में अख्तरूल ईमान प्रेस को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में हुए शूटआउट पर बयान दिया. कहा कि वर्दी का काम जानमाल की रक्षा करने का है. आरपीएफ के जवान चेतन कुमार ने एक दलित ऑफिसर के साथ और चुन-चुन कर अलग-अलग कंपार्टमेंट में जाकर मुस्लिम चेहरे को गोली मार दी. एक का ताल्लुक बिहार से भी है. केंद्रीय सरकार 2024 के चुनाव को ध्यान में रखकर ऐसी कोशिश कर रही है कि एक सांप्रदायिक तनाव बन जाए.
कमतौल की घटना को भाजपा ने बढ़ायाः दरभंगा में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि जिन लोगों ने बीजेपी के खिलाफ गठबंधन बनाया है, उस गठबंधन के नाक के नीचे दरभंगा के कमतौल में मुर्दे को जलाने की बात आई. प्रशासन को चाहिए था कि विवादित भूमि पर किसी की लाश नहीं जलाई जाए. विवाद बढ़ा और वहां पर कुछ लोगों ने तनाव को बढ़ा दिया. पुलिस की मौजूदगी में रात के अंधेरे में बिजली काट दी गई और 23 मुस्लिम परिवारों को लूटा गया. महिलाओं के साथ बदसलूकी की गई उनके जेवर लूट लिए गए. 13 साल के मासूम को पुलिस उठाकर ले गई.
बिजली की मांग पर गोली चलाई गईः कटिहार के बारसोई में लोगों ने बिजली की मांग की तो उनको गोली का शिकार बनाया गया. शर्म की बात है कि बिजली मंत्री कहते हैं 'इस तरीके से लोग उग्र भीड़ लेकर आएंगे तो उनके सीने पर गोली चलेगी.' उनका यह भी कहना था कि नीतीश कुमार ने बीजेपी को मज़बूत किया है. आज मुसलमान को धोखा देने के लिए सरकार चला रहे हैं. बिहार में अल्पसंख्यक समाज डर के माहौल में रह रहे है और नीतीश कुमार पीएम बनने के सपना देख रहे हैं.