पटना: बिहार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और सिवान एंबुलेंस घोटाले को लेकर एआईएसएफ (AISF) ने राज्यव्यापी प्रदर्शन का आवाहन किया था. जिसके तहत राजधानी के पीएमसीएच (PMCH) गेट पर एआईएसएफ कार्यकर्ताओं ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे एआईएसएफ के कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की बर्खास्तगी की मांग की है.
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एआईएसफ का प्रदर्शन
एआईएसफ ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है. स्वास्थ्य मंत्री उसे दुरुस्त करने के बजाय दूसरे ही कामों में व्यस्त हैं. उनके गृह जिला सिवान में इतना बड़ा एंबुलेंस घोटाला हुआ.
'हम सरकार से मांग करते हैं कि सरकार अविलंब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का इस्तीफा लें और मामले की जांच कराएं. जो भी दोषी हैं उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि आगे से इस तरह की घटनाएं ना हों. अगर सरकार अभी भी नहीं चेती तो आने वाले समय में हम इस मामले को लेकर उग्र आंदोलन करेंगे और इसकी जवाबदेही सरकार की होगी.'- रणविजय कुमार, बिहार राज्य सह सचिव, एआईएसएफ
7 लाख का एंबुलेंस 21 लाख 84 हजार में खरीदा गया. सरकार के निर्देश के बावजूद जेम पोर्टल के माध्यम से इसे नहीं खरीदा गया बल्कि प्राइवेट एजेंसी के माध्यम से खरीदा गया. इससे साफ पता चल रहा है कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़े घोटाले हो रहे हैं.
मंगल पांडे के खिलाफ प्रदर्शन
इन लोगों का आरोप है कि इतने बड़े घोटाले के बावजूद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे मंत्री पद पर बने हुए हैं. स्वास्थ्य विभाग में बड़ी हेराफेरी हो रही है और खेल भी हो रहा है.
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तय कीमत से ज्यादा कीमत पर हुई एंबुलेंस की खरीदारी
सूत्रों की मानें तो एमएलसी और विधायक कोटे से करीब 6 से 8 एंबुलेंस की खरीदारी की गई थी. जिन्हें काफी हाईटेक एंबुलेंस होने का दावा किया जा रहा था. एंबुलेंस के अंदर ही इलाज की सारी आधुनिक सुविधाएं थीं, लेकिन बवाल इस बात पर मचा है की एंबुलेंस की खरीदारी तय कीमत से ज्यादा पैसे देकर की गई है. एल्बम कंपनी को एंबुलेंस का ठेका दिया गया था.