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Patna Opposition Meeting: 'पहल अच्छी लेकिन नजरअंदाज किए गए मुस्लिम, सिख, ईसाई' - AIMIM

देश के कई विपक्षी दलों की पटना में हुई मीटिंग के बाद एआईएमआईएम ने अपने पत्ते खोले हैं. पार्टी के प्रदेश प्रमुख और विधायक अख्तरुल ईमान ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि बीजेपी को हटाने के लिए विपक्ष की यह पहल अच्छी तो है लेकिन इसमें कई पहलुओं को नजरअंदाज कर दिया गया है.

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Published : Jun 24, 2023, 2:15 PM IST

अख्तरूल ईमान, विधायक, एआईएमआईएम

पटना: बिहार के पटना में एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि बीजेपी को हटाने के लिए की गई यह पहल आधी अधूरी है. इसमें वह लोग थे जिनका कहीं न कहीं बीजेपी से रिश्ता रहा है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि 140 करोड़ों की इस देश में जहां तकरीबन 35 करोड़ की आबादी अकलियत की हो, जहां मुस्लिमों की एक बड़ी आबादी है, सिखों और ईसाइयों की आबादी है. इन तमाम अखलियत को नजरअंदाज किया गया है. मंच पर कहीं भी मुस्लिम, सिख, इसाईयों या दलित माइनॉरिटी की तरफ से प्रतिनिधित्व नहीं हो सका.

ये भी पढ़ेंः Patna Opposition Meeting: पुराने अंदाज में लौटे लालू प्रसाद.. सवाल- तो क्या फिर निभाएंगे किंग मेकर की भूमिका!

'बैठक में अकलियतों को किया गया नजरअंदाज': विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि देश में दलितों की सबसे बड़ी नेता मायावती हैं. उनको भी इस आयोजन में नहीं बुलाया गया. पूरे देश में मुसलमानों के मसले पर बात करने वाली हमारी पार्टी है एआईयूडीएफ है और मुस्लिम लीग है. इन पार्टियों को भी लोगों ने कहीं से भी साथ लेकर चलने की कोशिश नहीं की. इससे यह संकेत जाता है कि केंद्र में बैठी सरकार जो अकलियतों को नजरअंदाज करती है, यह गठबंधन भी इन्हें नजरअंदाज कर रहा है.

"हैरत इस बात कि है कि बिहार ने इसकी मेजबानी की और बिहार से एक भी मुस्लिम नेता या मंत्री को इस स्टेज में जगह नहीं दी गई. यह लोग कहेंगे कि कश्मीर से फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती आई थीं. यह बीजेपी के चेहरे हैं. हमें इन लोगों से कोई लेना-देना नहीं है. यह बात साबित है कि पूरे देश की मुस्लिम के मसले पर कश्मीर के मुसलमानों ने कभी मुंह नहीं खोला. कश्मीर के मुसलमानों को हम देश का मुसलमान मानते हैं. कश्मीर के मुस्लिम नेताओं ने कभी देश के मसले पर अपनी जुबान नहीं खोली"- अख्तरूल ईमान, विधायक, एआईएमआईएम

नीतीश और लालू यादव पर साधा निशानाः अख्तरुल इमान ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार का रिश्ता बीजेपी से रहा है, वह आज भी बीजेपी से संपर्क में हैं, लेकिन वहां लालू प्रसाद भी थे. लालू प्रसाद ने हमेशा एमवाई समीकरण की सियासत की है. उनके रहते हुए अकलियत के लोगों को इस तरीके से नजरअंदाज किया गया यह हमारे लिए हैरत की बात है.

अख्तरूल ईमान, विधायक, एआईएमआईएम

पटना: बिहार के पटना में एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि बीजेपी को हटाने के लिए की गई यह पहल आधी अधूरी है. इसमें वह लोग थे जिनका कहीं न कहीं बीजेपी से रिश्ता रहा है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि 140 करोड़ों की इस देश में जहां तकरीबन 35 करोड़ की आबादी अकलियत की हो, जहां मुस्लिमों की एक बड़ी आबादी है, सिखों और ईसाइयों की आबादी है. इन तमाम अखलियत को नजरअंदाज किया गया है. मंच पर कहीं भी मुस्लिम, सिख, इसाईयों या दलित माइनॉरिटी की तरफ से प्रतिनिधित्व नहीं हो सका.

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'बैठक में अकलियतों को किया गया नजरअंदाज': विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि देश में दलितों की सबसे बड़ी नेता मायावती हैं. उनको भी इस आयोजन में नहीं बुलाया गया. पूरे देश में मुसलमानों के मसले पर बात करने वाली हमारी पार्टी है एआईयूडीएफ है और मुस्लिम लीग है. इन पार्टियों को भी लोगों ने कहीं से भी साथ लेकर चलने की कोशिश नहीं की. इससे यह संकेत जाता है कि केंद्र में बैठी सरकार जो अकलियतों को नजरअंदाज करती है, यह गठबंधन भी इन्हें नजरअंदाज कर रहा है.

"हैरत इस बात कि है कि बिहार ने इसकी मेजबानी की और बिहार से एक भी मुस्लिम नेता या मंत्री को इस स्टेज में जगह नहीं दी गई. यह लोग कहेंगे कि कश्मीर से फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती आई थीं. यह बीजेपी के चेहरे हैं. हमें इन लोगों से कोई लेना-देना नहीं है. यह बात साबित है कि पूरे देश की मुस्लिम के मसले पर कश्मीर के मुसलमानों ने कभी मुंह नहीं खोला. कश्मीर के मुसलमानों को हम देश का मुसलमान मानते हैं. कश्मीर के मुस्लिम नेताओं ने कभी देश के मसले पर अपनी जुबान नहीं खोली"- अख्तरूल ईमान, विधायक, एआईएमआईएम

नीतीश और लालू यादव पर साधा निशानाः अख्तरुल इमान ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार का रिश्ता बीजेपी से रहा है, वह आज भी बीजेपी से संपर्क में हैं, लेकिन वहां लालू प्रसाद भी थे. लालू प्रसाद ने हमेशा एमवाई समीकरण की सियासत की है. उनके रहते हुए अकलियत के लोगों को इस तरीके से नजरअंदाज किया गया यह हमारे लिए हैरत की बात है.

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