पटना: राजधानी पटना में कृषि विभाग द्वारा सोमवार को कृषि यंत्रों की मरम्मती करने हेतु आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (Residential Training) का आयोजन किया गया. बिहार के कृषि मंत्री (Agriculture Minister) अमरेंद्र प्रताप सिंह (Amarendra Pratap Singh) ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि इसके तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद लोग स्वयं वर्कशॉप कर स्वरोजगार का सृजन कर सकेंगे.
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"बड़े पैमाने में अब किसान बिहार में भी कृषि यंत्रों का उपयोग करने लगे हैं. लेकिन कृषि यंत्रों के मरम्मत के लिए प्रशिक्षित मैकेनिक बिहार में बहुत कम है. इसको लेकर हम लोगों ने प्रशिक्षण देने का काम शुरू किया है. पहले चरण में पटना भागलपुर और समस्तीपुर में लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा."- अमरेंद्र प्रताप सिंह, कृषि मंत्री, बिहार सरकार
कृषि मंत्री ने कहा कि हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग प्रशिक्षण पाकर इसके जरिए स्वरोजगार का सृजन करें. यही उद्देश्य लेकर विभाग ने इस कार्यक्रम को शुरू किया है. इन जिलों में प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद बिहार के अन्य जिलों में भी इसके तरह लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिससे कि सुदूर देहात में भी कृषि यंत्र के मरम्मत को लेकर लोग खुद से वर्कशॉप कर रोजगार का सृजन कर सकें.
बात दें कि कृषि विभाग द्वारा आज से शुरू किए जा रहे इस आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत बिहार के पटना भागलपुर और समस्तीपुर जिले में प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह प्रशिक्षण 26 दिनों का होगा. जिसमें कृषि यंत्रों के मरम्मत को लेकर सैद्धांतिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा.
विभाग ने 205 घंटे के निर्धारित पाठ्यक्रम के अंतर्गत 675 प्रशिक्षुओं को इस बार प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है. प्रशिक्षण के बाद प्रत्येक प्रशिक्षु को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण करने पर निशुल्क 4200 रुपये का टूलकिट भी दिया जाएगा. जिसका इस्तेमाल वह कृषि यंत्र पर मरम्मती के लिए कर सकेंगे.
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