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Bihar Budget 2022: बिहार में कृषि विभाग के लिए 7712.30 करोड़ रुपए आवंटित

आज डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने बजट पेश किया (Tarkishore Prasad Presented Budget) है. वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 7712.30 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया है.

बिहार का कृषि बजट
बिहार का कृषि बजट
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Published : Feb 28, 2022, 2:20 PM IST

Updated : Feb 28, 2022, 3:54 PM IST

पटना: आज बिहार बजट 2022 (Bihar Budget 2022) पेश हो गया है. राज्य के वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद (Finance Minister Tarkishore Prasad) ने बिहार विधानसभा में बजट पेश (Budget Presented in Bihar Assembly) किया है. पिछली बार जहां बजट में कृषि विभाग के लिए 3335.47 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था, वहीं इस बार 7712.30 करोड़ रुपए आवंटित किया गया है. हर खेत में पानी पहुंचाने की योजना के लिए 550 करोड़ का का बजट प्रावधान किया गया था. गोवंश विकास की स्थापना की घोषणा की गई थी. पशुओं के इलाज के लिए कॉल सेंटर के जरिए डोर स्टेप इलाज की व्यवस्था की जाएगी और यह सुविधा मोबाइल एप के माध्यम से मिलेगी. बिहार में मछली उत्पादन को बढ़ाया जाएगा, ताकि यहां की मछली दूसरे राज्यों में जाए. ।

ये भी पढ़ें: जानिए... कैसे तैयार होता है बिहार सरकार का बजट... क्या है प्रक्रिया

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आपको याद दिलाएं कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था, जो कि 2020-21 की तुलना में 3 प्रतिशत अधिक था. अर्थात ये पिछले साल से 6542 करोड़ रुपए ज्यादा था. साथ ही 2 लाख 18 हजार 502 करोड़ की अनुमानित आय भी सदन को बताया गया.

इससे पहले 25 फरवरी को आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने दावा किया कि कोरोना संक्रमण के बावजूद प्रदेश ने अच्छी विकास दर हासिल की है. उन्होंने कहा कि अगर तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल को छोड़ दें तो बिहार अन्य राज्यों से अव्वल है. बिहार की विकास दर 2.5 फीसदी रही है. उन्होंने बताया कि कृषि पशुपालन क्षेत्र में हुए कार्य ने विकास दर को ठीक-ठाक रखा है.

शिक्षा-स्वास्थ्य के मामले में भी सरकार ने अच्छा काम किया है. स्कूल जाने वाले छात्र और छात्राओं की संख्या काफी बढ़ी है. आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट को लेकर उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं के विकास को लेकर सरकार ने जो विजन रखा था, उसपर अच्छे ढंग से काम हुआ है. प्रदेश की विकास दर को बनाए रखने में बैंकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. जो सीडीआर पहले 30 प्रतिशत हुआ करता था, वह अब पढ़कर 40 फीसदी से भी ज्यादा हो गया है. बिहार को लेकर बनाए जाने वाले बजट से काफी फायदा देखने को मिल रहा है.

ये भी पढ़ें: बिहार आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2021-22ः वित्त मंत्री बोले- संकट काल में भी प्रदेश की 2.5 फीसदी विकास दर

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पटना: आज बिहार बजट 2022 (Bihar Budget 2022) पेश हो गया है. राज्य के वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद (Finance Minister Tarkishore Prasad) ने बिहार विधानसभा में बजट पेश (Budget Presented in Bihar Assembly) किया है. पिछली बार जहां बजट में कृषि विभाग के लिए 3335.47 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था, वहीं इस बार 7712.30 करोड़ रुपए आवंटित किया गया है. हर खेत में पानी पहुंचाने की योजना के लिए 550 करोड़ का का बजट प्रावधान किया गया था. गोवंश विकास की स्थापना की घोषणा की गई थी. पशुओं के इलाज के लिए कॉल सेंटर के जरिए डोर स्टेप इलाज की व्यवस्था की जाएगी और यह सुविधा मोबाइल एप के माध्यम से मिलेगी. बिहार में मछली उत्पादन को बढ़ाया जाएगा, ताकि यहां की मछली दूसरे राज्यों में जाए. ।

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आपको याद दिलाएं कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था, जो कि 2020-21 की तुलना में 3 प्रतिशत अधिक था. अर्थात ये पिछले साल से 6542 करोड़ रुपए ज्यादा था. साथ ही 2 लाख 18 हजार 502 करोड़ की अनुमानित आय भी सदन को बताया गया.

इससे पहले 25 फरवरी को आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने दावा किया कि कोरोना संक्रमण के बावजूद प्रदेश ने अच्छी विकास दर हासिल की है. उन्होंने कहा कि अगर तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल को छोड़ दें तो बिहार अन्य राज्यों से अव्वल है. बिहार की विकास दर 2.5 फीसदी रही है. उन्होंने बताया कि कृषि पशुपालन क्षेत्र में हुए कार्य ने विकास दर को ठीक-ठाक रखा है.

शिक्षा-स्वास्थ्य के मामले में भी सरकार ने अच्छा काम किया है. स्कूल जाने वाले छात्र और छात्राओं की संख्या काफी बढ़ी है. आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट को लेकर उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं के विकास को लेकर सरकार ने जो विजन रखा था, उसपर अच्छे ढंग से काम हुआ है. प्रदेश की विकास दर को बनाए रखने में बैंकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. जो सीडीआर पहले 30 प्रतिशत हुआ करता था, वह अब पढ़कर 40 फीसदी से भी ज्यादा हो गया है. बिहार को लेकर बनाए जाने वाले बजट से काफी फायदा देखने को मिल रहा है.

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Last Updated : Feb 28, 2022, 3:54 PM IST
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