पटना: कांग्रेस कोटे के मंत्री अफाक आलम ने कटिहार गोली कांड मामले को प्रशासनिक विफलता करार दिया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा पुलिस के सामने जिस तरह से गोली चली यह काफी संदिग्ध मामला है और जांच का विषय है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसकी बेहतर तरीके से जांच कराएं, ताकि सही जानकारी मिल सके. कटिहार के बारसोई में बिजली की मांग को लेकर सभी लोग प्रशासन को सूचना देकर धरना प्रदर्शन में शामिल हुए थे, लेकिन प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण करने की व्यवस्था नहीं की थी, जिसके कारण घटना घटी है.
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"जो जानकारी मिल रही है कुछ लोग ने गोली चलाई है, लेकिन पुलिस वहां मौजूद थी इसके बाद भी गोली चलाने की किसको हिम्मत हुई. यह बड़ा ही दुखद मामला है. कटिहार के बारसोई में तमाम लोग अपने वाजीब हक के लिए सड़क पर आए थे. सीएम नीतीश कुमार इसकी सही तरीके से जांच करवाएं."- अफाक आलम, पशुपालन मंत्री
दोषी पर कार्रवाई की मांगः अफाक आलम ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी बातों को समझा है. वह जांच भी कर रहे हैं लेकिन जिस तरह से भीड़ अनियंत्रित हुई प्रशासन को पहले से पता था कि यहां पर काफी भीड़ हो गई है. बिजली की समस्या को लेकर प्रदर्शन हो रहा है उसके बावजूद भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात नहीं करना कहीं ना कहीं प्रशासनिक विफलता है. उन्होंने मृतक के परिजनों को मुआवजे की मांग की है. साथ ही घटना जांच कर दोषी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
कटिहार में चली थी गोली: जिले के बारसोई में एसडीओ कार्यालय के पास बुधवार को विद्युत आपूर्ति में सुधार की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा था. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. जिसमें गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गयी थी. पहले कहा गया कि पुलिस की फायरिंग में दोनों की मौत हुई है. बाद में पुलिस-प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज जारी कर बताया कि गोली किसी ने हत्या के इरादे से जानबूझकर चलायी थी. पुलिस की गोली से मौत नहीं हुई है.