पटना: लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा ऐसे तो पूरे देश में काफी धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन बिहार में इसकी खास मान्यता है. छठ पूजा को लेकर सभी छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है, खासतौर पर राजधानी पटना के घाटों का नजारा ही अद्भुत होता है. छठ पूजा के दिन अब नजदीक आ रहे हैं जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. इसी कड़ी में पटना के विभिन्न गंगा घाटों का आला अधिकारियों ने निरीक्षण किया और संबंधित लोगों को कई निर्देश दिए.
घाटों पर मुकम्मल तैयारियां: छठ घाटों का निरीक्षण प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी, एसएसपी और नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा किया गया. इस दौरान अधिकारियों ने पार्किंग, लाइटिंग, घाटों की स्थिति और बैरिकेडिंग आदि का निरीक्षण किया. बताया गया कि श्रद्धालुओं को घाट जाने के दौरान रास्ते में किसी तरह की कोई दिक्कत न हो इसके लिए रास्तों को चिन्हित करने का काम किया जा रहा है. जिन घाटों पर दलदल की स्थिति है उन घाटों को चिन्हित कर उन्हें बैरिकेडिंग किया जाएगा.
105 घाट किए गए चिन्हित: बता दें कि चार दिवसीय महापर्व छठ को लेकर पटना के दीघा घाट से बांस घाट तक सभी अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण कर 105 घाट चिन्हित किए गए हैं. नाव का परिचालन पूरी तरीके से बंद कर दिया गया है. सभी घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए तमाम जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, खतरनाक घाटों को चिन्हित कर लाल निशान लगाकर घेराबंदी किया जाएगा. साथ ही गंगा नदी के अंदर भी बैरिकेडिंग की जाएगी.
"पटना के घाटों पर काफी भीड़ होती है, जिसको लेकर लगातार निरीक्षण किया जा रहा है. घाटों पर छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो इसको लेकर लाइटिंग, रास्ते, पार्किंग की आदि की व्यवस्था की जाएगी. वहीं सुरक्षा के मद्देनजर खतरनाक घाटों को चिन्हित भी किया जा रहा है."- कुमार रवि, प्रमंडलीय आयुक्त पटना
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