पटना: राजधानी पटना के MP-MLA कोर्ट ने सरकारी काम में बाधा डालने के मामले में JDU के ससंदीय बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ करीब एक महीना पहले गैर जमानती वारंट जारी किया (Warrant Issued Against JDU Leader Upendra Kushwaha) था. मगर पुलिस ने जदयू नेता के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. इस मामले को लेकर जब ADG पुलिस मुख्यालय से पूछा गया तो उन्होंने मामले की जानकारी नहीं होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया.
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"कराया जाता है वारंट का तामिला": ADG ने भले उपेन्द्र कुशवाहा के वारंट पर पल्ला झाड़ लिए हो, लेकिन इसके साथ ही यह दावा भी कर दिया कि न्यायालय जिसके खिलाफ वारंट जारी करेगी, उस वारंट का तामिला किया जाएगा. हालांकि, उनके दावे उपेन्द्र कुशवाहा के मामले में फेल होते नजर आ रहे हैं. उपेन्द्र कुशवाहा के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज है. उस वक्त उपेंद्र कुशवाहा जदयू में ना होकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हुआ करते थे. प्रदर्शन के दौरान 2 फरवरी, 2019 में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने डाक बंगला चौराहा जमा कर तोड़फोड़ किया था. इसी मामले में वारंट जारी हुआ है.
"आप जिस मामले पर सवाल कर रहे हैं, उसकी जानकारी मुझे नहीं है. लेकिन न्यायालय जब वारंट जारी करता है तो उस आदेश का पालन किया जाता है" -जितेन्द्र सिंह गंगवार, एडीजी, बिहार पुलिस मुख्यालय
उपेन्द्र कुशवाहा कोर्ट में नहीं हुए उपस्थित: उपेंद्र कुशवाहा ने 8 महीने पहले इस मामले में एंटीसिपेटरी बैल मिली थी. इसके बावजूद भी उनके वकील ने अपील दायर करने के बावजूद भी वह कोर्ट में हाजिर नहीं हुए. हाजिर नहीं होने के कारण उन्होंने वकील के जगह कोर्ट में पेश होने के लिए वक्त मांगा था. उसके बाद कोर्ट में टाइम देने के एवज में 50 हजार का जुर्माना उपेंद्र कुशवाहा पर लगाया था. उसके बावजूद भी जुर्माना की रकम जमा नहीं कराया गया.
भोजपुर में गोलाबारी पर एडीजी का बयान: गुरूवार को बिहटा और भोजपुर सीमा पर अंधाधुंध गोलीबारी मामले पर ADG पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा की यह गोलीबारी फौजिया गिरोह और सिपाही गिरोह के बीच हुई थी. सिपाही गिरोह अपना वर्चस्व कायम रखने के लिए फौजिया गिरोह पर पहले गोलीबारी की और फिर फौजिया गिरोह जवाबी कारवाई करते हुए सिपाही गिरोह के लोगो पर गोलियों की बौछार कर दिया. फिलहाल मामले में जांच चल रही है.
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कैमूर में किडनैप बच्ची सकुशल बरामद: कैमूर के रामगढ़ थाना क्षेत्र से अपहृत हुई साढ़े तीन साल की नाबालिग बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया. इस बात की जानकारी ADG पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने देते हुए बताया कि अपहृत बच्ची को कैमूर पुलिस ने झारखंड के हजारीबाग के रामगढ़ इलाके से सकुशल बरामद कर लिया है. आगे इस मामले में अनुसंधान जारी है. अब तक के अनुसंधान के दौरान जो बात सामने आई है. उसके मुताबिक इस बच्ची को अठारह वर्षीय युवक ने अपहरण किया था.
प्रभावित इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ अभियान: बिहार पुलिस की लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कार्रवाई जारी है. इस मामले की जानकारी देते हुए एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया है कि बीते 22 सितंबर को औरंगाबाद जिले के कुख्यात नक्सली 15 लाख के इनामी नक्सली विनय यादव उर्फ मुरारजी के निशानदेही पर मदनपुर थाना क्षेत्र के चक्रबंदा के करीब जमीन में दबा लॉकर बरामद किया गया. जिसमें 20 लाख रुपए बरामद हुए थे.
उसी दिन मदनपुर थाना में ही कांड दर्ज करते हुए 14 नामजद अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए औरंगाबाद जिले की पुलिस ने कोबरा वाहिनी की एक टीम और एसएसपी औरंगाबाद, विशेष कार्यबल के द्वारा लगातार कार्रवाई करते हुए नौ विभिन्न पुलिस की टीम की कार्रवाई में घेराबंदी करते हुए नक्सलियों के एसएलआर के 1000 से ज्यादा कारतूस, दो 315 बोर के राइफल 13 वोल्ट, एसएलआर की पांच मैगजीन इनसास रायफल की 11 मैगजीन बरामद किया है.