पटना: बिहार पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए हरदम तैनात रहती है. इसका कारण है कि यहां पुलिसकर्मियों को स्किल डेवलपमेंट को लेकर पुलिस मुख्यालय के तहत लगातार ट्रेनिंग दी जाती है. पुलिस मुख्यालय एडीजी जितेंद्र कुमार ने कहा कि पुलिसकर्मियों की स्किल डेवलपमेंट को लेकर समय-समय पर ट्रेनिंग कैंप के माध्यम से ट्रेनिंग दी जाती है.
जितेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस विभाग में 4 पदों पर सीधी भर्ती की जाती है. सिपाही, सब इंस्पेक्टर, डीएसपी और आईपीएस अधिकारी की नियुक्ति सीधे होती है. उन्होंने कहा कि नियुक्ति के बाद सबसे पहले ट्रेनिंग ही दी जाती है. आईपीएस अधिकारी की ट्रेनिंग राष्ट्रीय पुलिस अकैडमी हैदराबाद में होती है. बाकी तीनों पद की ट्रेनिंग राज्य सरकार के अंतर्गत होती है. एडीजी ने आगे बताया कि सीआईडी और विशेष शाखा की ओर से उनके कर्मियों को रोल के आधार पर सुरक्षा और अनुसंधान के बारे में ट्रेनिंग दी जाती है.
साइवर क्राइम पर दी जाती है ट्रेनिंग
बता दें कि पुलिस कर्मियों को समय-समय पर नए तरह के हथियार और नई टेक्नोलॉजी के बारे में ट्रेनिंग के माध्यम से जानकारी दी जाती है. साथ ही ट्रेनिंग के दौरान आम जनता के साथ कैसे बिहेवियर करना है, इससे संबंधित क्लासेस भी दी जाती है. वहीं, आर्थिक मामलों को लेकर साइबर सेल की क्राइम को रोकने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है.