पटना: पुलिस मुख्यालय के एडीजी और अपराध अनुसंधान इकाई के एडीजी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेन्द्र कुमार ने बेतिया दुष्कर्म मामले पर अहम खुलासे किए. वहीं, दूसरी ओर अपराध अनुसंधान इकाई के एडीजी विनय कुमार ने बिहार में बढ़ते मॉब लिंचिंग पर चिंता जताई है.
बेतिया दुष्कर्म कांड में खुलासा
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेन्द्र कुमार ने कहा कि बेतिया दुष्कर्म कांड में नया मामला सामने आया है. जो बातें पीड़िता के बारे में कही जा रही है कि वह मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की है, वह गलत है. उन्होंने जानकारी दी कि साल 2018 में मोकामा के शेल्टर होम से उसके परिवार उसे वहां से ले गए थे.
4 लोगों की हुई गिरफ्तारी : ADG
एडीजी जितेन्द्र कुमार ने कहा कि जो खबरें सोशल मीडिया में चल रही है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बालिका को छोड़ गया था. वह महज एक अफवाह है. इस केस से जुड़ी बातें पर एडीजी ने बताया कि नाबालिग से दुष्कर्म मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं, एक की तलाश अभी भी जारी है. एडीजी ने कहा कि पीड़िता का मेडिकल जांच हो चुका है. इसमें जो मामले सामने आए हैं, उससे स्पष्ट होता है कि आरोपी पक्ष और पीड़िता आपस मे पूर्व से परिचित हैं.
मॉब लिंचिंग पर ADG ने जताई चिंता
वहीं, दूसरी तरफ अपराध अनुसंधान इकाई के एडीजी ने बिहार में भीड़तंत्र का हिंसा देखकर चिंता व्यक्त की है. एडीजी विनय कुमार ने कहा कि बिहार में अपराध बढ़ रहा है. उसको रोकने के लिए अपराध अनुसंधान विभाग की ओर से जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है.
'कानून हाथ में नहीं लें'
उन्होंने कहा कि कानून किसी को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए. अगर बच्चा चोरी जैसी घटना हो तो पुलिस को फौरन खबर करें. साथ ही अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील की. अनुसंधान इकाई विभाग के एडीजी ने कहा कि जनता से उनुरोध है कि कोई भी घटना हो, सबसे पहले पुलिस को सूचित करें.