पटना: दानापुर में डकैती के 36 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ कुछ भी सुराग नहीं लगा है. दानापुर में कोरोना महामारी के लगातार फैलते संक्रमण के बाद, बेखौफ डकैतों ने एक घर में डैकती की घटना को अंजाम दिया. हालांकि पुलिस का दावा है कि घटना में शामिल अपराधियों का बहुत जल्द सुराग मिल जायेगा.
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डैकतों ने पीड़ित परिवार को पीटा
दरअसल मंगलवार को सरेआम करीब साढ़े चार बजे हथियारों से लैस आधा दर्जन डकैतों ने थाने के गोला रोड शेखर सुपर मार्केंट स्थित सुजाता रेसिडेंसी अपार्टमेंट में डकैती की. रेसिडेंसी अपार्टमेंट के चौथे तल्ले निवासी व्यवसायी मुनमुन राय के फ्लैट में बिजली विभाग के नाम पर डकैत घुस गये. फ्लैट में घुसते ही डकैतों ने मुनमुन की पत्नी रीता व उनकी पुत्री को बंधक बना लिया, और पिस्तौल का भय दिखाकर आलमीरा में रखे हुए डेढ़ लाख नगद रूपये और करीब छह लाख रूपए के सोने-चांदी के जेवरात लूट लिया. विरोध करने पर डकैतों ने रीता देवी व उनकी पुत्री के साथ मारपीट भी की.
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घटना के छतीस घंटे से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी पुलिस के हाथ सुराग नहीं लग पाया है. जिस कारण घरवालों के साथ ही आमलोग भी इस घटना के बाद हुई पुलिसिया कारवाई पर सवाल उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि यहां के पुलिस किसी भी बड़ी घटना के बाद तत्परता के साथ काम नहीं कर रही है. शायद यही कारण है कि पिछले दिनों इलाके में हुई चोरी की घटनाओं का आज तक खुलासा नहीं हो सका है.
पुलिस जांच में जुटी
इस संबंध में मुनमुन के पुत्र सुभाष चंद्र राय ने स्थानीय थाना में अज्ञात आधा दर्जन डकैतों के विरूद्ध मामला दर्ज कराया है. पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा, सिटी एसपी अशोक कुमार मिश्रा ने रुपशपुर थाने में पीड़ित से घंटों पूछताछ करते हुए तफ्तीश में जुट गई है. वहीं थाना अध्यक्ष अजित कुमार साहा ने बताया कि घटना में शामिल डकैतों को जल्द पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. मामले की छानबीन की जा रही है.