पटना: अयोध्या मामले को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट ने बहुप्रतीक्षित फैसला सुनाया है. इस फैसले को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है. इसको लेकर राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वागत करता हूं, इस पर टीका टिप्पणी करना ठीक नहीं हैं.
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का लोग समीक्षा करते रहें, लेकिन ये फैसला दूसरे मामलों में आधार नहीं बने. लोगों को कोर्ट का फैसला मानकर सभी को सौहार्दपूर्ण स्वीकार्य करनी चाहिए. लोग इस मामले में किसी के उकसावे में नहीं आएं. लोगों को अभी हमारी परंपरा सौहार्दपूर्ण अनेकता में एकता के मिसाल को पेश करने की जरूरत है. साथ ही कोई भी विवादित बयान नहीं दें.
सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला
बता दें कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या का राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद काफी जटिल था. 1950 में अदालत की चौखट पर पहुंचा ये मामला अब तक देश की सर्वोच्च अदालत में लंबित था. इलाहाबाद हाईकोर्ट के तीन जजों की खंडपीठ ने साल 2010 में इस टाइटल सूट विवाद पर फैसला सुनाया था. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पिछले 40 दिनों में रोजाना सुनवाई कर फैसला सुरक्षित कर लिया था. कोर्ट ने राम लला के पक्ष में फैसला सुनाया है.