ETV Bharat / state

कोरोना के सेकेंड वेभ में काफी संख्या में बच्चे हो रहे संक्रमित

एक्सपर्ट की मानें तो कोरोना का यह सेकेंड वेभ है. इसमें जो आंकड़े आ रहे हैं, वह चौकानेवाले हैं. इस बार बच्चों में भी संक्रमण फैल रहा है. इसके कई कारण हो सकते हैं. स्कूल का खुल जाना, होली या अन्य कारण. लेकिन सच्चाई यह है कि कोरोना से बच्चों को सतर्क रखने की ज्यादा जरूरत है.

कोरोना
कोरोना
author img

By

Published : Apr 4, 2021, 11:27 PM IST

पटनाः प्रदेश में कोरोना भयावह होता जा रहा है और एक्सपर्ट इसे कोरोना की दूसरी लहर बता रहे हैं. कोरोना के दूसरी लहर में जो आंकड़े आ रहे हैं वह काफी चौंकाने वाले हैं और डरा भी रहे हैं. इस बार 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चे भी काफी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं. बीते 15 दिन के आंकड़े की गौर करें तो राजधानी पटना में 14 साल से कम उम्र के 80 बच्चे कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. इन संक्रमित बच्चों में कोरोना के काफी लक्षण भी मौजूद रह रहे हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

यह भी पढ़ें- भागलपुर में बिना मिट्टी के घास उगाएगा BAU सबौर, तैयारी शुरू

ज्यादा खतरनाक है दूसरा वेभ
बताते चलें कि पिछले साल सितंबर में जब संक्रमण का पीक वक्त आया था, उस वक्त गिने-चुने मामले ही ऐसे आते थे कि कोई बच्चा संक्रमित हुआ हो. मगर इस बार जितनी तेज गति से बच्चों में संक्रमण के मामले मिल रहे हैं, इसने स्वास्थ्य विभाग को परेशान कर दिया है. इससे स्वास्थ्य विभाग अब काफी अलर्ट हो गया है. मेडिकल फील्ड से जुड़े लोगों का मानना है कि इस बार जो संक्रमण फैल रहा है, उसका स्ट्रेन पुराने संक्रमण से अलग है और इसकी रफ्तार भी पहले से ज्यादा है. इस बार एक संक्रमित 4 से 5 लोगों को संक्रमित कर दे रहा है.

होम आइसोलेशन में हैं बच्चे
पटना में पिछले 15 दिनों में 14 वर्ष से कम उम्र के जिन 80 बच्चों का रिपोर्ट पॉजिटिव मिला है, उन पर स्वास्थ्य विभाग निगरानी कर रहा है. सभी बच्चे होम आइसोलेशन में हैं और स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिदिन बच्चों के परिजनों से फीडबैक लिया जा रहा है. डाटा मेंटेन किया जा रहा है. कंकड़बाग के जिस अपार्टमेंट के एक ही फ्लैट में 13 लोग संक्रमित हुए हैं, वहां 14 साल से कम उम्र के 3 बच्चे भी शामिल हैं.

प्रतिदिन स्कूल जाते थे बच्चे
इस परिवार में कोई भी नया ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है और परिवार के बच्चे प्रतिदिन स्कूल जाया करते थे. ऐसे में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि हाल के दिनों में जिस प्रकार स्कूल खुले थे. बच्चों में संक्रमण फैलने का यह प्रमुख वजह हो सकता है. क्योंकि सामान्यतः बच्चे कोरोना के एसिंप्टोमेटिक कैरियर माने जाते हैं.

बढ़ गई थी लापरवाही
इसके अलावा हाल के दिनों में जिस प्रकार से होली का सीजन रहा और लोगों में जिस प्रकार से कोरोना के मामले घटने के बाद लापरवाही बढ़ गई थी. कहीं ना कहीं यह भी एक प्रमुख वजह रहा है कि इतने अधिक संख्या में बच्चे संक्रमित हुए हैं. हाल के दिनों में अभिभावकों में भी काफी लापरवाही देखने को मिली और अभिभावक अपने बच्चों को लेकर भीड़भाड़ वाले इलाके में लापरवाही से घूमते नजर आए.

बच्चों के लिए सतर्कता जरूरी
ऐसे ही में स्वास्थ्य विभाग अब लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि बच्चों को लेकर लोग ज्यादा सतर्कता बरतें. प्रदेश में 11 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थानों को बंद किया गया है और इसका प्रमुख वजह एक यह भी है कि बीते 15 दिनों में 80 की संख्या में 14 से कम वर्ष के बच्चे संक्रमित पाए गए हैं.

पटनाः प्रदेश में कोरोना भयावह होता जा रहा है और एक्सपर्ट इसे कोरोना की दूसरी लहर बता रहे हैं. कोरोना के दूसरी लहर में जो आंकड़े आ रहे हैं वह काफी चौंकाने वाले हैं और डरा भी रहे हैं. इस बार 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चे भी काफी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं. बीते 15 दिन के आंकड़े की गौर करें तो राजधानी पटना में 14 साल से कम उम्र के 80 बच्चे कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. इन संक्रमित बच्चों में कोरोना के काफी लक्षण भी मौजूद रह रहे हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

यह भी पढ़ें- भागलपुर में बिना मिट्टी के घास उगाएगा BAU सबौर, तैयारी शुरू

ज्यादा खतरनाक है दूसरा वेभ
बताते चलें कि पिछले साल सितंबर में जब संक्रमण का पीक वक्त आया था, उस वक्त गिने-चुने मामले ही ऐसे आते थे कि कोई बच्चा संक्रमित हुआ हो. मगर इस बार जितनी तेज गति से बच्चों में संक्रमण के मामले मिल रहे हैं, इसने स्वास्थ्य विभाग को परेशान कर दिया है. इससे स्वास्थ्य विभाग अब काफी अलर्ट हो गया है. मेडिकल फील्ड से जुड़े लोगों का मानना है कि इस बार जो संक्रमण फैल रहा है, उसका स्ट्रेन पुराने संक्रमण से अलग है और इसकी रफ्तार भी पहले से ज्यादा है. इस बार एक संक्रमित 4 से 5 लोगों को संक्रमित कर दे रहा है.

होम आइसोलेशन में हैं बच्चे
पटना में पिछले 15 दिनों में 14 वर्ष से कम उम्र के जिन 80 बच्चों का रिपोर्ट पॉजिटिव मिला है, उन पर स्वास्थ्य विभाग निगरानी कर रहा है. सभी बच्चे होम आइसोलेशन में हैं और स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिदिन बच्चों के परिजनों से फीडबैक लिया जा रहा है. डाटा मेंटेन किया जा रहा है. कंकड़बाग के जिस अपार्टमेंट के एक ही फ्लैट में 13 लोग संक्रमित हुए हैं, वहां 14 साल से कम उम्र के 3 बच्चे भी शामिल हैं.

प्रतिदिन स्कूल जाते थे बच्चे
इस परिवार में कोई भी नया ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है और परिवार के बच्चे प्रतिदिन स्कूल जाया करते थे. ऐसे में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि हाल के दिनों में जिस प्रकार स्कूल खुले थे. बच्चों में संक्रमण फैलने का यह प्रमुख वजह हो सकता है. क्योंकि सामान्यतः बच्चे कोरोना के एसिंप्टोमेटिक कैरियर माने जाते हैं.

बढ़ गई थी लापरवाही
इसके अलावा हाल के दिनों में जिस प्रकार से होली का सीजन रहा और लोगों में जिस प्रकार से कोरोना के मामले घटने के बाद लापरवाही बढ़ गई थी. कहीं ना कहीं यह भी एक प्रमुख वजह रहा है कि इतने अधिक संख्या में बच्चे संक्रमित हुए हैं. हाल के दिनों में अभिभावकों में भी काफी लापरवाही देखने को मिली और अभिभावक अपने बच्चों को लेकर भीड़भाड़ वाले इलाके में लापरवाही से घूमते नजर आए.

बच्चों के लिए सतर्कता जरूरी
ऐसे ही में स्वास्थ्य विभाग अब लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि बच्चों को लेकर लोग ज्यादा सतर्कता बरतें. प्रदेश में 11 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थानों को बंद किया गया है और इसका प्रमुख वजह एक यह भी है कि बीते 15 दिनों में 80 की संख्या में 14 से कम वर्ष के बच्चे संक्रमित पाए गए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.