पटना: देवी-देवताओं को मनाने के लिए भक्त कई तरीके अपनाते हैं. ऐसा ही एक उदाहरण राजधानी के रुपसपुर स्थित मां दुर्गा के पूजा पंडाल में दिखने को मिला. जहां पेशे से शिक्षक एक भक्त ने नवरात्रि के दौरान अपनी छाती पर कलश रखा हुआ है. भक्त का नाम पिशु राज है. ये पिछले चार साल से यूं ही नवरात्र में मां दुर्गा की आराधना कर रहे हैं.
'मां के आशीर्वाद से होता हैं मुमकिन'
मूल रूप से बिक्रम पाली के रहने वाले पिशु राज ने कहा कि वे अपने छात्रों के साथ-साथ परिवार और राज्यवासियों के लिए ये कठिन साधना करते हैं. इस दौरान नौ दिनों तक वे कुछ भी खाते-पीते नहीं हैं. उनकी छाती पर एक के ऊपर एक कुल 11 कलश होते हैं. उसके संतुलन के लिए वो हिलते भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ये सब कुछ मां दुर्गा के आशीर्वाद से ही संभव हो पाता हैं.
देखने के लिए दूर-दराज से आते हैं लोग
पिशु राज ने बताया कि चार साल पहले अचानक मन में ख्याल आया कि नवरात्र के दौरान कलश बिठाया जाए तो मैंने 2016 से अपने सीने पर कलश बिठाने की शुरुआत कर दी. उन्होंने कहा कि मां ने चाहा तो ये आराधना इसी तरह आगे भी जारी रहेगी. रुपसपुर दुर्गा पूजा के आयोजकों ने बताया कि पिशु राज चार साल पहले आ कर अपनी मंशा जाहिर की तो हमें आश्चर्य हुआ था. लेकिन, ये 2016 से लगातार इसी तरह इस कठिन व्रत को कर रहे हैं. इन्हें देखने के लिए दूर-दराज से लोग यहां पहुंच रहे हैं.