पटना: राजधानी से सटे बिहटा स्थित 9वीं बटालियन एनडीआरएफ और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने संयुक्त रूप मॉक ड्रिल का आयोजन किया. यह गिद्धा, भोजपुर स्थित पेट्रोलियम प्लांट में रासायनिक और अग्नि दुर्घटना आपदा को लेकर किया गया. इसमें एनडीआरएफ और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ अग्निशमन सेवा, एचपीसीएल के कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
कोरोना वायरस गाइडलाइन का रखा गया ध्यान
मॉक ड्रिल के दौरान गिद्दा, भोजपुर स्थित एचपीसीएल पेट्रोलियम प्लांट में गैस लीकेज दुर्घटना का दृश्य चित्रित किया गया था. प्रतिभागी एजेंसियों ने बेहतर समन्वय स्थापित कर इस आपदा से निपटने का कुशल अभ्यास किया. 9वीं बटालियन एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व श्री जय प्रकाश प्रसाद, सहायक कमान्डेंट ने किया. इस अभ्यास के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के पहलुओं का भी पूरा ध्यान रखा गया.
परस्पर समन्वय और कार्यक्षमता को बढाने की कवायद
9वीं बटालियन एनडीआरएफ के कमांडेंट विजय कुमार सिन्हा ने जानकारी दी कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में काम कर रही विभिन्न एजेन्सियों के बीच परस्पर समन्वय और कार्यक्षमता को और बढ़ाना है. इससे वास्तविक आपदा के दौरान जानमाल के नुकसान को रोका जा सकेगा.
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कर्मचारियों को दी गई एमएफआर की जानकारी
कमांडेंट विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि मंगलवार को एनडीआरएफ बचावकर्मियों ने एचपीसीएल के कर्मचारियों को एमएफआर (Medical First Responder) की भी जानकारी दी गई. इसमें उन्हें किसी भी जरूरतमंद व्यक्तियों की सहायता के लिए ब्लड कंट्रोल, पीएचटी, सीपीआर, लिफ्टिंग एण्ड मूविंग, ड्रेसिंग और बैंडेज की जानकारी दी.