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पूर्व मध्य रेल के कई स्टेशनों के रास्ते 8 किसान रेल का परिचालन शुरू, किसानों को मिलेगी सहूलियत

किसानों, उद्यमियों और यात्रियों की सहूलियत के लिए किसान रेल का परिचालन किया जा रहा है. पहले देवलाली से दानापुर के बीच किसान रेल का परिचालन किया जाता था. जिसे बढ़ाकर मुजफ्फरपुर कर दिया गया है. वहीं, 8 किसान रेल ऐसा भी है, जो दूसरे क्षेत्रों से खुलकर पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों से होकर नई दिल्ली, कोलकाता, गुवाहाटी, हावड़ा, अमृतसर और इंदौर के लिए चलाई जा रही है.

8 Kisan Railways started operating through several stations of East Central Railway
8 Kisan Railways started operating through several stations of East Central Railway
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Published : Feb 18, 2021, 9:46 PM IST

पटना: पूर्व मध्य रेल लगातार किसानों, उद्यमियों और यात्रियों की सहूलियत के लिए कार्य कर रहा है. भारतीय रेल की ओर से किसानों के हितों को प्राथमिकता देते हुए किसान रेल चलाया जा रहा है. किसान रेल कृषि उत्पादों को देश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचाने के लिए सस्ता परिवहन सेवा मुहैया करा रहा है. इससे किसानों के साथ उपभोक्ता भी लाभान्वित हो रहे हैं.

ये भी पढ़ें- गुवाहाटी-नई दिल्ली रेलखंड पर चलेगी किसान ट्रेन, सीमांचल के किसानों को होगा फायदा

"देवलाली (नासिक रोड) से दानापुर के बीच पहली किसान रेल का परिचालन 7 अगस्त 2020 को शुरू किया गया था, इसके बाद किसानों की मांग पर इसका विस्तार अब मुजफ्फरपुर तक कर दिया गया है. वर्तमान में पूर्व मध्य रेल की ओर से मुजफ्फरपुर और देवलाली के बीच 00107/ 00108 मुजफ्फरपुर-देवलाली-मुजफ्फरपुर किसान रेल का परिचालन सप्ताह में 3 दिन किया जा रहा है. इसके अलावा 8 किसान रेल ऐसा भी है, जो दूसरे क्षेत्रों से खुलकर पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों से होकर नई दिल्ली, कोलकाता, गुवाहाटी, हावड़ा, अमृतसर और इंदौर के लिए चलाई जा रही है."- राजेश कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्व मध्य रेल

फलों और सब्जियों की ढुलाई पर 50 फीसदी की सब्सिडी
इसके अलावा राजेश कुमार ने बताया कि किसान रेल से बुक की जाने वाली सामग्रियों पर पे स्केल का माल शुल्क लगाया जाता है. खाद प्रसंस्करण मंत्रालय की ऑपरेशन ग्रीन टॉप टू टोटल योजना के तहत किसान रेल की ओर से फलों और सब्जियों की धुलाई पर 50 फीसदी की सब्सिडी दी जा रही है. वहीं, मुजफ्फरपुर से देवलाली तक 1594 किलोमीटर माल की बुकिंग पर 450 रुपये का माल भाड़ा लगता है.

किसान रेल का भाड़ा
फल और सब्जियों की बुकिंग करने पर इसमें 50 फीसदी की सब्सिडी के बाद किसानों को मात्र 203 रुपये प्रति क्विंटल माल का शुल्क देना होता है. इसी तरह दानापुर से देवलाली के लिए प्रति क्विंटल 197 रुपये, पटना से गुवाहाटी के लिए प्रति क्विंटल 125 रुपये, पटना से नई दिल्ली के लिए प्रति क्विंटल 138 रुपये और पटना से हावड़ा के लिए फलों और सब्जियों की बुकिंग पर प्रति क्विंटल मात्र 130 रुपये शुल्क देना होता है. यह सब्सिडी किसानों को फल सब्जियों की बुकिंग के समय ही दी जा रही है ताकि यह लाभ बिना किसी व्यवधान और विलंब के किसानों तक पहुंच सके.

किसानों को बाजार उपलब्ध करवाना मकसद
बता दें कि किसान रेल सेवा विशेषकर दूध, मीट और मछली सहित जल्दी खराब होने वाले खाद्य पदार्थ और कृषि उत्पादों की धुलाई के लिए शुरू की गई है. यह मल्टी कमोडीटी, मल्टी कंसाइनल, कंसाइनीमल्टी मल्टी लोडिंग और अनलोडिंग रेल परिवहन सेवा है, जिसका मकसद किसानों को बड़े स्तर पर बाजार उपलब्ध कराना है.

समय सारणी के अनुसार रेल का परिचालन
किसान रेल सेवा का मुख्य उद्देश उत्पादन केंद्रों को बाजार और उपभोक्ता केंद्रों से जोड़कर कृषि क्षेत्र की आय को बढ़ाना है. वहीं, किसान रेल को निर्धारित समय सारणी के अनुसार संचालित किया जाता है और रास्ते में आने वाली किसी व्यवधान के बचाने के लिए इसके परिचालन की निगरानी बड़े पैमाने पर की जाती है.

पटना: पूर्व मध्य रेल लगातार किसानों, उद्यमियों और यात्रियों की सहूलियत के लिए कार्य कर रहा है. भारतीय रेल की ओर से किसानों के हितों को प्राथमिकता देते हुए किसान रेल चलाया जा रहा है. किसान रेल कृषि उत्पादों को देश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचाने के लिए सस्ता परिवहन सेवा मुहैया करा रहा है. इससे किसानों के साथ उपभोक्ता भी लाभान्वित हो रहे हैं.

ये भी पढ़ें- गुवाहाटी-नई दिल्ली रेलखंड पर चलेगी किसान ट्रेन, सीमांचल के किसानों को होगा फायदा

"देवलाली (नासिक रोड) से दानापुर के बीच पहली किसान रेल का परिचालन 7 अगस्त 2020 को शुरू किया गया था, इसके बाद किसानों की मांग पर इसका विस्तार अब मुजफ्फरपुर तक कर दिया गया है. वर्तमान में पूर्व मध्य रेल की ओर से मुजफ्फरपुर और देवलाली के बीच 00107/ 00108 मुजफ्फरपुर-देवलाली-मुजफ्फरपुर किसान रेल का परिचालन सप्ताह में 3 दिन किया जा रहा है. इसके अलावा 8 किसान रेल ऐसा भी है, जो दूसरे क्षेत्रों से खुलकर पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों से होकर नई दिल्ली, कोलकाता, गुवाहाटी, हावड़ा, अमृतसर और इंदौर के लिए चलाई जा रही है."- राजेश कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्व मध्य रेल

फलों और सब्जियों की ढुलाई पर 50 फीसदी की सब्सिडी
इसके अलावा राजेश कुमार ने बताया कि किसान रेल से बुक की जाने वाली सामग्रियों पर पे स्केल का माल शुल्क लगाया जाता है. खाद प्रसंस्करण मंत्रालय की ऑपरेशन ग्रीन टॉप टू टोटल योजना के तहत किसान रेल की ओर से फलों और सब्जियों की धुलाई पर 50 फीसदी की सब्सिडी दी जा रही है. वहीं, मुजफ्फरपुर से देवलाली तक 1594 किलोमीटर माल की बुकिंग पर 450 रुपये का माल भाड़ा लगता है.

किसान रेल का भाड़ा
फल और सब्जियों की बुकिंग करने पर इसमें 50 फीसदी की सब्सिडी के बाद किसानों को मात्र 203 रुपये प्रति क्विंटल माल का शुल्क देना होता है. इसी तरह दानापुर से देवलाली के लिए प्रति क्विंटल 197 रुपये, पटना से गुवाहाटी के लिए प्रति क्विंटल 125 रुपये, पटना से नई दिल्ली के लिए प्रति क्विंटल 138 रुपये और पटना से हावड़ा के लिए फलों और सब्जियों की बुकिंग पर प्रति क्विंटल मात्र 130 रुपये शुल्क देना होता है. यह सब्सिडी किसानों को फल सब्जियों की बुकिंग के समय ही दी जा रही है ताकि यह लाभ बिना किसी व्यवधान और विलंब के किसानों तक पहुंच सके.

किसानों को बाजार उपलब्ध करवाना मकसद
बता दें कि किसान रेल सेवा विशेषकर दूध, मीट और मछली सहित जल्दी खराब होने वाले खाद्य पदार्थ और कृषि उत्पादों की धुलाई के लिए शुरू की गई है. यह मल्टी कमोडीटी, मल्टी कंसाइनल, कंसाइनीमल्टी मल्टी लोडिंग और अनलोडिंग रेल परिवहन सेवा है, जिसका मकसद किसानों को बड़े स्तर पर बाजार उपलब्ध कराना है.

समय सारणी के अनुसार रेल का परिचालन
किसान रेल सेवा का मुख्य उद्देश उत्पादन केंद्रों को बाजार और उपभोक्ता केंद्रों से जोड़कर कृषि क्षेत्र की आय को बढ़ाना है. वहीं, किसान रेल को निर्धारित समय सारणी के अनुसार संचालित किया जाता है और रास्ते में आने वाली किसी व्यवधान के बचाने के लिए इसके परिचालन की निगरानी बड़े पैमाने पर की जाती है.

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