पटना: आपदा विभाग ने बाढ़ संबंधित आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि कुल 11 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. जिसमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया और सारण जिले के 86 प्रखंड प्रभावित हुए हैं. 625 पंचायत बाढ़ की चपेट में आई है. जिसमें कुल 14,95,132 लोग प्रभावित हुए हैं.
24 घंटे में 7 की मौत
बाढ़ पीड़ितों को ध्यान में रखते हुए 26 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में कुल 14,011 लोग रह रहे हैं. बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग 11 जिलों में 463 सामुदायिक किचन का संचालन किया जा रहा है. जिसमें 1,77,065 लोग रोजाना भोजन कर रहे हैं. आपदा विभाग के आंकड़ों के अनुसार बाढ़ से पिछले 24 घंटे में 7 लोगों की मौत हुई है. जिसमें दरभंगा के 3 और पश्चिम चंपारण के 4 लोग शामिल हैं. इसके अलावा एक जानवर की भी मौत हुई है.
NDRF और SDRF की टीमों की तैनाती
बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है. विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की माने तो आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है. बिहार के बाढ़ संभावित 11 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की 25 टीमों की तैनाती की गई है. आपदा मुख्यालय में 5 टीमों को रिजर्व रखा गया है. जरूरत के हिसाब से इन्हें भी प्रभावी जिलों में भेजा जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और लगातार अधिकारियों को निर्देश भी दे रहे हैं.
ऊंचे स्थलों को किया गया चिह्नित
आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है. महिला, बच्चे और बुजुर्गों के लिए अलग व्यवस्था की गई है. सभी राहत शिविरों में मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थल का निरीक्षण कर कुछ जगहों को चिह्नित किया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत शिविर पहुंचाया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से नेपाल और गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया था.