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पटनाः बाल लीला गुरुद्वारा मैनी संगत में गुरु महाराज का समागम, लाखों श्रद्धालु हुए शामिल

बाल लीला गुरुद्वारा में गुरु महाराज के बाल अवस्था से जुड़ी अस्त्र-शस्त्र, उनके आभूषण और गुलेल सभी सामान रखे गए हैं. गुरु महाराज का दर्शन कर सिख श्रद्धालु अपने आप को भाग्यशाली मानते हैं.

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Published : Jan 4, 2020, 11:09 AM IST

पटनाः राजधानी में दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का 353वां प्रकाश पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. बाल लीला गुरुद्वारा मैनी संगत में ये प्रकाश पर्व मनाया गया. इस दौरान लाखों की संख्या में सिख श्रद्धालुओं की भीड़ थी, सभी काफी खुश थे.

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पूजा करते श्रद्धालु

बाल लीला मैनी संगत गुरुद्वारा में बीता था बचपन
गौरतलब है कि बाल लीला मैनी संगत गुरुद्वारा में दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का बाल जीवन बीता था. इसलिए बाल लीला गुरुद्वारा मैनी संगत गुरु महाराज का समागम एक दिन बाद बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.

देखें पूरी रिपोर्ट

ये भी पढ़ेः एक साल बाद भी जैविक खाद निर्माण केंद्र से बाजार में नहीं पहुंच सका खाद

लंगर की भी की गई व्यवस्था
इस बाल लीला गुरुद्वारा में गुरु महाराज के बाल अवस्था से जुड़ी अस्त्र-शस्त्र, उनके आभूषण और गुलेल सभी सामान रखे गए हैं. गुरु महाराज का दर्शन कर सिख श्रद्धालु अपने आप को भाग्यशाली मानते हैं. बाल लीला गुरुद्वारा प्रबन्धन कमिटी की ओर से गुरु महाराज का दीवान सजाया गया.

पटनाः राजधानी में दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का 353वां प्रकाश पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. बाल लीला गुरुद्वारा मैनी संगत में ये प्रकाश पर्व मनाया गया. इस दौरान लाखों की संख्या में सिख श्रद्धालुओं की भीड़ थी, सभी काफी खुश थे.

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पूजा करते श्रद्धालु

बाल लीला मैनी संगत गुरुद्वारा में बीता था बचपन
गौरतलब है कि बाल लीला मैनी संगत गुरुद्वारा में दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का बाल जीवन बीता था. इसलिए बाल लीला गुरुद्वारा मैनी संगत गुरु महाराज का समागम एक दिन बाद बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.

देखें पूरी रिपोर्ट

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लंगर की भी की गई व्यवस्था
इस बाल लीला गुरुद्वारा में गुरु महाराज के बाल अवस्था से जुड़ी अस्त्र-शस्त्र, उनके आभूषण और गुलेल सभी सामान रखे गए हैं. गुरु महाराज का दर्शन कर सिख श्रद्धालु अपने आप को भाग्यशाली मानते हैं. बाल लीला गुरुद्वारा प्रबन्धन कमिटी की ओर से गुरु महाराज का दीवान सजाया गया.

Intro:गुरुमहाराज के प्रकाशपर्व में शामिल हुए सिक्ख श्रद्धालुओ के आँखे नम हो गई थी क्योंकि गुरु महाराज के अवतरण दिवस मनाने के बाद लोगो को अपने अपने घर जाना था कोई भी सिक्ख श्रद्धालु गुरुमहाराज का यह ओलोकिक पल को छोड़ने को तैयार नही था लेकिन समय के आगे सब मजबूर थे सभी सिक्ख श्रद्धालुओ ने गुरु महाराज से विनती किया कि हमसभी पर कृपा बनाए रखे ताकि अगले साल फिर सेवा का मौका मिलेगा।


Body:स्टोरी:-गुरुमहाराज का प्रकाशपर्व।
रिपोर्ट:-पटनासिटी से अरुण कुमार।
दिनांक:-04-01-2020.
एंकर:-पटनासिटी,दशमेश पिता श्री गुरुगोविंद सिंह जी महाराज का 353वॉ प्रकाशपर्व बाललीला गुरुद्वारा मैनी संगत में काफी-धूमधाम से मनाया गया।गौरतलब है कि बाललीला मैनी संगत गुरुद्वारा में दशमेश पिता श्री गुरुगोविंद सिंह जी महाराज का बाल जीवन इसी गुरुद्वारा में बीता था इसलिय बाललीला गुरुद्वारा मैनी संगत गुरुमहाराज का समागम एक दिन बाद बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं 12 बजते ही बाललीला गुरुद्वारा में फूलों की वर्षा होने लगी चारो ओर ढोल बाजे बजने लगे श्रद्धालु खुशी से नाचने और गाने लगे मानो की गुरुमहाराज का दर्शन साक्षात हो रहा हो।इस बाल लीला गुरुद्वारा में गुरुमहाराज के बाल अवस्था से जुडी अस्त्र-शस्त्र-उनके आभूषण और गुलेल और पत्थर का दर्शन सिक्ख श्रद्धालु कर अपने आप को भाग्यशाली मानते है बाललीला गुरुद्वारा प्रवन्धक कमिटी की ओर गुरुमहाराज का दिवान सजाया,सामूहिक अरदास और उसके बाद अटूट लंगर की वेवस्था किया।
बाईट(सरदार कृपाल सिंह-सिक्ख श्रद्धालु यूके)


Conclusion:गुरुमहाराज का पटनासाहिब में प्रकाशपर्व मानना और पटना वासियों के यह सम्मान बिहार के मुख्यमंत्री का यह भव्य वेवस्था पटनावासियों का अपनापन मानो जिस जगह देखु गुरु ही गुरु से दर्शन वास्तव में पटना वासियों को अतिथियों की सेवा करना वहुत अच्छे से आता है देश के हो या विदेश के सबको अपना समझ यह पल उस गुरुमहाराज के अवतरण दिवस का था मानो सभी पर कृपा बना है हमलोगों के गुरुमहाराज का इस साल के अंतिम गुरु का प्रकाशोत्सव मनाकर लोग अपना अपना आशियाना पहुँच रहे है।
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