पटना: मनेर शरीफ दरगाह में तीन दिवसीय उर्स मेले का आयोजन किया गया. इस मेले के दूसरे दिन पटना हाई कोर्ट के जज, विधायक और किन्नर समाज के लोगों ने चादरपोशी की. साथ ही इन लोगों ने प्रदेश और क्षेत्र में अमन-चैन की दुआ मांगी.
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बता दें कि मनेर में मशहूर सूफी संत हजरत शेख कमालुद्दीन अहमद याहिया मनेरी की दरगाह है. उनके 752 वें तीन दिवसीय सलाना उर्स मुबारक के मौके पर पटना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजय करोल और न्यायमूर्ति जस्टिस संजय कुमार मनेर के बड़ी और छोटी दरगाह पहुंचे. यहां उन्होंने चादरपोशी की और दुआ मांगी. इससे पहले दोनों न्यायाधीश खानकाह परिसर पहुंचे, जहां उन्होंने सूफी संत शरफुद्दीन अहमद याहिया मनेरी की जन्मस्थली रब्बाक में जाकर मन्नती पत्थर को उठाया. उनकी चौकी को देखा. इसके साथ ही उन्होंने रब्बाक के हुजरे में जाकर ईबादत किया.
राजद विधायक ने की चादरपोशी
न्यायाधीश के चादरपोशी से पहले उर्स मेले में चादर पोशी करने दानापुर से राजद विधायक रीतलाल यादव अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे. यहां पर उन्होंने छोटी और बड़ी दरगाह पर चादर पोशी की. उन्होंने अपने प्रदेश और क्षेत्र की जनता के लिए दुआ मांगी.
किन्नर समाज ने धूमधाम से की चादरपोशी
इसके अलावा किन्नर समाज के लोग धूमधाम से चादर पोशी करने मनेर शरीफ दरगाह पहुंचे. किन्नरों ने बड़ी और छोटी दरगाह पर चादरपोशी की. किन्नरों के चादर पोशी के दौरान काफी संख्या में लोगों की भीड़ उमर पड़ी थी. किन्नरों का कहना है कि यहां पर हर मनोकामना पूर्ण होती है. इसलिए हर साल वो सभी यहां चादर पोशी करने के लिए आते हैं.
पिछले साल नहीं हुआ था मेले का आयोजन
बता दें कि मनेर खानकाह का इतिहास लगभग 900 साल पुराना है. वहीं, हर साल उर्स मेले का आयोजन होता है. हालांकि पिछले साल कोरोना महामारी के कारण मेले का आयोजन नहीं हो सका था. इस उर्स मेले में काफी दूर से लोग यहां चादर चढ़ाने आते हैं.