पटना: प्रदेश में मानसून ने समय पर 13 जून को दस्तक (Monsoon Active In Bihar) दे दिया लेकिन मानसून को पूरे प्रदेश में सक्रिय होने में 5 दिन का समय लग गया और 18 से 19 जून के बीच मानसून सक्रिय हुआ. प्रदेश में दक्षिण पश्चिम मानसून अभी के समय सक्रिय है, लेकिन इसकी रफ्तार सुस्त है. मौसम विज्ञान केंद्र पटना के मुताबिक प्रदेश के किशनगंज, अररिया और पूर्णिया जैसे सीमांचल की इलाकों में मानसून अभी काफी सक्रिय है. यहां अच्छी बारिश देखने को मिल रही है लेकिन प्रदेश के बाकी हिस्सों में बारिश काफी कम हुई है.
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प्रदेश में 28 प्रतिशत कम बारिश: प्रदेश में अब तक मात्र 94.3 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो सामान्य से 28% कम है. राजधानी पटना में 38% कम वर्षा दर्ज की गई है. जबकि गया में सर्वाधिक 75 फीसदी कम वर्षा दर्ज की गई है. इसके अलावा दरभंगा में 64 फीसदी और मुजफ्फरपुर में 39 फीसदी बरसात कम दर्ज की गई है. मौसम विज्ञान केंद्र पटना की मानें तो उत्तर बिहार के मध्य में मानसून का प्रभाव कमजोर पड़ रहा है मध्य बिहार में शुष्क मौसम के कारण वर्षा का सिस्टम सक्रिय नहीं हो रहा है.
जुलाई में अच्छी बारिश के आसार: मौसम विभाग के अनुसार मानसून के समय बारिश को पूरे प्रदेश में अच्छी तरह सक्रिय होने में कुछ समय लगेगा. जुलाई के दूसरे सप्ताह में अच्छी बारिश होने के आसार बन रहे हैं. बीते 24 घंटे में औरंगाबाद में सर्वाधिक 39.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया जबकि फारबिसगंज में सबसे कम अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.
मंगलवार को समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, पटना, जहानाबाद, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा और सुपौल जिलों में हल्के से मध्यम वर्षापात दर्ज किया गया. बीते 24 घंटे के दौरान फारबिसगंज में सबसे अधिक वर्षा 152.4 मिलीमीटर दर्ज की गई. दूसरे स्थान पर ठाकुरगंज रहा, जहां 124.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई. अन्य जिलों में भी बारिश हुई है.
आकाशीय बिजली का पूर्वानुमान: मौसम विज्ञान केंद्र पटना की माने तो वर्तमान मौसमी विश्लेषण से ज्ञात होता है कि पूरे प्रदेश में जहां पूर्वी एवं दक्षिणी पूर्वी हवा का प्रवाह सतह से 0.9 किलोमीटर ऊपर तक बना हुआ है. वहीं पछुआ एवं दक्षिण पछुआ हवा का प्रवाह सतह से 1.5 किलोमीटर ऊपर तक बना हुआ है. इसके साथ ही एक पूर्व पश्चिम ट्रफ रेखा उत्तर-पश्चिम राजस्थान से पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर से गुजर रही है.
इन मौसमी कारकों के प्रभाव से अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के उत्तरी भागों के अधिकांश भागों में और दक्षिण भागों के अनेक स्थानों पर आकाशीय बिजली एवं मेघ गर्जन के साथ हल्के से मध्यम स्तर का वर्षा होने का पूर्वानुमान है. इसके साथ ही प्रदेश के उत्तरी भागों के मधुबनी, सीतामढ़ी, सुपौल, अररिया, किशनगंज और पूर्णिया जिले के एक से दो स्थानों पर बहुत भारी वर्षा एवं पश्चिमी चंपारण और पूर्वी चंपारण किए एक से दो स्थानों पर भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान है.
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