पटना: प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और बुधवार के दिन प्रदेश में कोरोना के 565 नए मामले सामने आए हैं, जिसमें के लिए राजधानी पटना में 235 मामले मिले हैं. वर्तमान समय में प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 5015 है और राजधानी पटना में एक्टिव मरीजों की संख्या 1982 है, जिसमें लगभग 100 के करीब मरीज ही पटना के विभिन्न अस्पतालों में एडमिट है.
पूरे भारत में अगर बड़े प्रदेशों की बात करें तो बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत सबसे बेहतर है और यहां का रिकवरी प्रतिशत 97.41% है. प्रदेश में कोरोना से अब तक 238462 मरीज ठीक हो चुके हैं और पिछले 24 घंटे में 122113 सैंपल की जांच हुई है.
21 एक्टिव पेशेंट मौजूद
पटना के प्रतिष्ठित पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की बात करें तो अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में वर्तमान समय में 21 एक्टिव पेशेंट मौजूद हैं और बुधवार के दिन 3 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है. वहीं, 2 नए मरीजों को एडमिट भी किया गया है. पीएमसीएच के लिए कोरोना को लेकर अच्छी बात यह है कि अस्पताल में पिछले 48 घंटे में एक भी कोरोना मरीज की जान नहीं गई है.
राजधानी पटना के बिहटा में स्थित ईएसआईसी हॉस्पिटल को डेडीकेटेड कोविड-19 हॉस्पिटल बनाया गया था और यहां लगभग 500 बेड की व्यवस्था की गई थी, जिसमें बमुश्किल 5 से 6 मरीज ही एडमिट है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने इस डेडीकेटेड कोविड-19 हॉस्पिटल को बंद कर पुन ईएसआईसी हॉस्पिटल के तौर पर सुचारू रखने का निर्णय लिया है और गुरुवार से ईएसआईसी हॉस्पिटल में कोविड-19 मरीजों का इलाज बंद हो रहा है. इस अस्पताल के मरीज दूसरे अस्पताल में एडमिट किए जाएंगे और हॉस्पिटल को कुछ दिनों तक सैनिटाइज करने के बाद पुन ईएसआईसी हॉस्पिटल के रूप में खोल दिया जाएगा.