पटना: कोरोना के बीच बिहार में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है. बुधवार को आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ संबंधित आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि कुल 12 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. इसमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, खगड़िया, समस्तीपुर और सारण शामिल हैं. इन जिलों के 101 बाढ़ प्रभावित है.
वहीं, प्रभावित पंचायतों की संख्या कुल 837 है. इन जिलों में 29,62,653 प्रभावित लोग की जनसंख्या है. वहीं निस्क्रमिट जनसंख्या 2,62,837 है. कुल 26 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में रहने वाले कुल 22.997 लोग हैं. बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग कुल 12 जिलों में 808 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है. जिसमें 4,19,433 लोग प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं.
बीते 24 घंटे में 8 की मौत
आपदा विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 8 लोगों की मौत हुई है. जिसमें दरभंगा में 4, पश्चिमी चंपारण में 4 लोगों ने जान गवांई. इसके अलावा 4 जानवर की भी मौत हुई है. बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है. आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की मानें तो विभाग बाढ़ को लेकर सचेत है.
सभी जिलों में तैनात है एसडीआरएफ-एनडीआरएफ
मंत्री लक्ष्मेश्वर राय के मुताबिक बिहार के संभावित 12 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की गई है. कुल 26 टीमों की तैनाती की गई है. आपदा मुख्यालय में कुछ टीमों को रिजर्व में रखा गया है. जरूरत के हिसाब से इन्हें भी प्रभावी जिलों में भेजा जाएगा. आपदा विभाग के मुताबिक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ का मॉनिटरिंग कर रहे हैं और लगातार अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर रहे हैं.
कोरोना को लेकर बरती जा रही विशेष सावधानी
आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है. महिलाओं, बच्चे-बुजुर्गों के लिए अलग व्यवस्था की गई है. सभी राहत शिविरों में मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था राज्य सरकार के तरफ से की गई है. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थल का निरीक्षण कर उन्हें चिन्हित कर लिया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत शिविर पहुंचाया जा रहा है. अब तक आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से बीते 25 जुलाई से गोपालगंज, दरभंगा और पूर्वी चंपारण जिले के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में भारतीय वायु सेना से 3 हेलीकॉप्टर की सहायता से ड्राई राशन पैकेट का एयर ड्रॉप इन कार्य प्रारंभ किया गया. अब सरकार के तरफ से एयर ड्रॉपिंग बंद कर दी गई है.