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मेधा दिवस: 10वीं और 12वीं के स्टेट टॉपर सम्मानित, लैपटॉप और चेक मिला

पटना में देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के जन्मतिथि के मौके पर मेधा दिवस समारोह का आयोजन किया गया. जिसमे स्टेट टॉपरों को सम्मानित (State Toppers Honored on Medha Divas) किया गया. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से समारोह का आयोजन किया गया.

मेधा दिवस: 10वीं और 12वीं के स्टेट टॉपर सम्मानित, लैपटॉप और चेक मिला
मेधा दिवस: 10वीं और 12वीं के स्टेट टॉपर सम्मानित, लैपटॉप और चेक मिला
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Published : Dec 3, 2022, 8:07 PM IST

पटनाः राजधानी पटना स्थित सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में मेधा दिवस समारोह ( Medha Day Celebration in Ashoka Convention Center) का आयोजन किया गया. समारोह में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से 10वीं और 12वीं के स्टेट टॉपर सम्मानित (10th and 12th State toppers honored) किये गये. इस मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष नंदकिशोर के अलावा कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें: सिलेबस पूरा कराए बगैर ली जा रही इंटरमीडिएट की परीक्षा, रिजल्ट को लेकर आशंकित छात्र



मार्च में रिजल्ट जारी करने वाला पहला बोर्ड बना बीएसईबी: अपने संबोधन में दीपक कुमार सिंह ने कहा कि देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के जन्मतिथि के मौके पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. जिसका उद्देश्य मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करना होता है. वही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कई अन्य चीजों के बारे में जानकारी दी और कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति निरंतर प्रगति की ओर है. इस आयोजन में हम पूरे बिहार के सर्वोच्च छात्र छात्राओं को सम्मानित करते हैं साथ ही एग्जाम के बेहतर संचालन वाले 10 बेहतर जिलों के डीईओ को भी सम्मानित किया जाता है. बीएसईबी की उपलब्धि के बारे में आनंद किशोर ने बताया कि पिछले 4 सालों में बीएसईबी देश का पहला पहला ऐसा बोर्ड है जो रिजल्ट को मार्च में जारी कर दे रहा है.

परीक्षा और प्रश्न में किया गया है बदलाव: आनंद किशोर ने यह भी कहा कि उच्च तकनीक और गुणवत्ता के साथ संचालन हमारा मूल मंत्र है. हमने बिहार बोर्ड में कई सुधार किए हैं. जो देश में पहली बार हुआ है. मार्कशीट पर बच्चों की तस्वीर और बारकोड के साथ अन्य तकनीकी चीजों को भी युक्त किया गया है. ताकि उसमें कोई फर्जीवाड़ा न हो सके. परीक्षा और प्रश्न में बदलाव किया गया है, जिसके कारण ज्यादातर छात्रों को 90% से भी ज्यादा अंक मिल रहे हैं. इससे उनको दूसरे राज्यों में एडमिशन लेने में काफी आसानी हो रही है.एक और बड़ी जानकारी देते हुए आनंद किशोर ने कहा कि बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड देश का पहला ऐसा बोर्ड हो गया है. जिसके पास अपना डाटा सेंटर है. जिसकी कैपेसिटी 200 टीबी या टेराबाइट है.



आयोजन में प्रख्यात शिक्षाविद अनंत गंगोला ने भी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद स्मृति व्याख्यान दिया। जिसमें उन्होंने शिक्षा के कई क्षेत्रों के साथ ही छात्रों के मनोबल को बढ़ाने के बारे में भी बातें की. ज्ञात हो कि अनंत गंगोला को शिक्षा के क्षेत्र में काम करने का 30 साल का अनुभव है.


विद्यार्थियों को लैपटॉप और चेक से किया गया सम्मानित: इस आयोजन में पूरे राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 47 छात्रों और इंटर में तीनों संकाय वाणिज्य कला और विज्ञान में प्रथम 5 में से केवल चतुर्थ और पंचम स्थान प्राप्त किए हुए 17 विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया. समिति द्वारा मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2022 में प्रथम प्राप्त करने वाली पटेल हाई स्कूल, दाउदनगर, औरंगाबाद की छात्रा रामायणी रॉय को एक लाख रुपए तथा द्वितीय स्थान पर आने वाली प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल, रजौली, नवादा की सानिया कुमारी और न्यू अपग्रेड हाई स्कूल, लदनिया, मधुबनी के विवेक कुमार ठाकुर को 75 हजार रुपए तथा तृतीय स्थान पर आने वाली उत्क्रमित एमएस, बाजार, वर्मा, औरंगाबाद की प्रज्ञा कुमारी को 50 हजार रुपए की राशि दी गई. साथ ही साथ उन्हें एक-एक लैपटॉप, किंडल इबुक रीडर, प्रशस्ति पत्र और मेडल भी प्रदान किए गए. इसके अलावा मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2022 में चतुर्थ स्थान से दसवीं स्थान तक प्राप्त करने वाले छात्रों को 10 हजार रुपए, प्रशस्ति पत्र, मेडल और लैपटॉप से सम्मानित किया गया.



"डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की जन्म तिथि पर हर वर्ष मेधा दिवस का आयोजन होता है. बीएसईबी के मैट्रिक और इंटर की जो टॉपर छात्र हैं उन्हें नगद पुरस्कार और लैपटॉप के अलावा अन्य चीजों से सम्मानित किया जाता है ताकि उनका उत्साहवर्धन हो. साथ ही साथ हम उन्हें गाइडेंस भी प्रदान करेंगे ताकि वह आगे के कैरियर में भी बेहतर कर सकें. यह बहुत अच्छी बात है कि दूरदराज के जिलों के भी बच्चों ने बेहतर किया है. इसका मतलब है कि हमारे यहां प्रतिभा की कमी नहीं है. पूरे राज्य में बड़े शहरों में नहीं बल्कि छोटी जगहों पर भी ग्रामीण छात्र छात्राएं बेहतर कर रहे हैं. यह अच्छी बात है और हम लोग निश्चित रूप से यही प्रयास करेंगे कि हमारी सरकारी विद्यालयों में अभी जो शिक्षकों की संख्या कम है. उसे जल्द से जल्द दूर करके और अच्छी पढ़ाई का माहौल बना सके" :- दीपक कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग

पटनाः राजधानी पटना स्थित सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में मेधा दिवस समारोह ( Medha Day Celebration in Ashoka Convention Center) का आयोजन किया गया. समारोह में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से 10वीं और 12वीं के स्टेट टॉपर सम्मानित (10th and 12th State toppers honored) किये गये. इस मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष नंदकिशोर के अलावा कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

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मार्च में रिजल्ट जारी करने वाला पहला बोर्ड बना बीएसईबी: अपने संबोधन में दीपक कुमार सिंह ने कहा कि देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के जन्मतिथि के मौके पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. जिसका उद्देश्य मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करना होता है. वही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कई अन्य चीजों के बारे में जानकारी दी और कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति निरंतर प्रगति की ओर है. इस आयोजन में हम पूरे बिहार के सर्वोच्च छात्र छात्राओं को सम्मानित करते हैं साथ ही एग्जाम के बेहतर संचालन वाले 10 बेहतर जिलों के डीईओ को भी सम्मानित किया जाता है. बीएसईबी की उपलब्धि के बारे में आनंद किशोर ने बताया कि पिछले 4 सालों में बीएसईबी देश का पहला पहला ऐसा बोर्ड है जो रिजल्ट को मार्च में जारी कर दे रहा है.

परीक्षा और प्रश्न में किया गया है बदलाव: आनंद किशोर ने यह भी कहा कि उच्च तकनीक और गुणवत्ता के साथ संचालन हमारा मूल मंत्र है. हमने बिहार बोर्ड में कई सुधार किए हैं. जो देश में पहली बार हुआ है. मार्कशीट पर बच्चों की तस्वीर और बारकोड के साथ अन्य तकनीकी चीजों को भी युक्त किया गया है. ताकि उसमें कोई फर्जीवाड़ा न हो सके. परीक्षा और प्रश्न में बदलाव किया गया है, जिसके कारण ज्यादातर छात्रों को 90% से भी ज्यादा अंक मिल रहे हैं. इससे उनको दूसरे राज्यों में एडमिशन लेने में काफी आसानी हो रही है.एक और बड़ी जानकारी देते हुए आनंद किशोर ने कहा कि बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड देश का पहला ऐसा बोर्ड हो गया है. जिसके पास अपना डाटा सेंटर है. जिसकी कैपेसिटी 200 टीबी या टेराबाइट है.



आयोजन में प्रख्यात शिक्षाविद अनंत गंगोला ने भी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद स्मृति व्याख्यान दिया। जिसमें उन्होंने शिक्षा के कई क्षेत्रों के साथ ही छात्रों के मनोबल को बढ़ाने के बारे में भी बातें की. ज्ञात हो कि अनंत गंगोला को शिक्षा के क्षेत्र में काम करने का 30 साल का अनुभव है.


विद्यार्थियों को लैपटॉप और चेक से किया गया सम्मानित: इस आयोजन में पूरे राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 47 छात्रों और इंटर में तीनों संकाय वाणिज्य कला और विज्ञान में प्रथम 5 में से केवल चतुर्थ और पंचम स्थान प्राप्त किए हुए 17 विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया. समिति द्वारा मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2022 में प्रथम प्राप्त करने वाली पटेल हाई स्कूल, दाउदनगर, औरंगाबाद की छात्रा रामायणी रॉय को एक लाख रुपए तथा द्वितीय स्थान पर आने वाली प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल, रजौली, नवादा की सानिया कुमारी और न्यू अपग्रेड हाई स्कूल, लदनिया, मधुबनी के विवेक कुमार ठाकुर को 75 हजार रुपए तथा तृतीय स्थान पर आने वाली उत्क्रमित एमएस, बाजार, वर्मा, औरंगाबाद की प्रज्ञा कुमारी को 50 हजार रुपए की राशि दी गई. साथ ही साथ उन्हें एक-एक लैपटॉप, किंडल इबुक रीडर, प्रशस्ति पत्र और मेडल भी प्रदान किए गए. इसके अलावा मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2022 में चतुर्थ स्थान से दसवीं स्थान तक प्राप्त करने वाले छात्रों को 10 हजार रुपए, प्रशस्ति पत्र, मेडल और लैपटॉप से सम्मानित किया गया.



"डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की जन्म तिथि पर हर वर्ष मेधा दिवस का आयोजन होता है. बीएसईबी के मैट्रिक और इंटर की जो टॉपर छात्र हैं उन्हें नगद पुरस्कार और लैपटॉप के अलावा अन्य चीजों से सम्मानित किया जाता है ताकि उनका उत्साहवर्धन हो. साथ ही साथ हम उन्हें गाइडेंस भी प्रदान करेंगे ताकि वह आगे के कैरियर में भी बेहतर कर सकें. यह बहुत अच्छी बात है कि दूरदराज के जिलों के भी बच्चों ने बेहतर किया है. इसका मतलब है कि हमारे यहां प्रतिभा की कमी नहीं है. पूरे राज्य में बड़े शहरों में नहीं बल्कि छोटी जगहों पर भी ग्रामीण छात्र छात्राएं बेहतर कर रहे हैं. यह अच्छी बात है और हम लोग निश्चित रूप से यही प्रयास करेंगे कि हमारी सरकारी विद्यालयों में अभी जो शिक्षकों की संख्या कम है. उसे जल्द से जल्द दूर करके और अच्छी पढ़ाई का माहौल बना सके" :- दीपक कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग

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