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Lockdown 4.0: आज 104 ट्रेनों से 1 लाख 70 हजार से अधिक प्रवासी पहुंचेंगे बिहार

कोरोना लॉकडाउन के चलते फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को निकालने में रेलवे ने अहम भूमिका निभाई है. 26 लाख से ज्यादा यात्रियों को उनके घर पहुंचाया गया है. इनमें से 80 फीसदी ट्रेनें यूपी और बिहार के लिए चली हैं.

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Published : May 24, 2020, 7:31 AM IST

पटना: विभिन्न राज्यों से विशेष ट्रेनों से बिहार आने का सिलसिला जारी है. रविवार को भी दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी ट्रेनों से बिहार आएंगे. 104 ट्रेनें रविवार को बिहार पहुंचेंगी, जिनसे 1 लाख 70 हजार लोग आएंगे. सबसे अधिक गुजरात से 24 ट्रेनें आएंगी, जिसससे तकरीबन 40 हजार प्रवासी आएंगे. वहीं, महाराष्ट्र से 18 ट्रेनें आनी हैं, जिनमें 30 हजार लोग रहेंगे.

इस बीच, भारतीय रेलवे ने राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान 2,600 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिए एक मई से अभी तक राज्य के अंदर और एक से दूसरे राज्यों के बीच 36 लाख से अधिक लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है. रेलवे ने अब अगले 10 दिनों में 2,600 और ट्रेनें संचालित करने की योजना बनाई है.

श्रमिकों को होम क्वारंटीन में भेजने का फैसला
बता दें कि देश के अलग-अलग राज्यों और शहरों से प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में बिहार लौट रहे हैं. अब हालत यह है कि प्रदेश के प्रखंड मुख्यालयों पर बनाए गए क्वारंटीन सेंटरों में जगह नहीं बची है. ऐसे में प्रशासन ने दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, कोलकाता, बेंगलुरु, सूरत, अहमदाबाद, मुंबई और पुणे को छोड़कर अन्य शहरों से वापस आ रहे श्रमिकों को होम क्वारंटीन में भेजने का फैसला किया है. प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने इस आशय का पत्र सभी जिला पदाधिकारियों को भेज दिया है.

लॉकडाउन उल्लंघन : अब तक 2345 गिरफ्तार
इस बीच, लॉकडाउन के चौथे चरण को सफल बनाने के लिए पुलिस नियम का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई कर रही है. अब तक पूरे राज्य में कुल 2184 लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं, 2345 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.

नालंदा के क्वारंटीन सेंटरों में सुविधाओं का अभाव
बिहार के नालंदा जिले के क्वारंटीन सेंटरों में सुविधा की कमी को लेकर कहीं ना कहीं प्रवासी मजदूरों द्वारा प्रतिदिन हंगामा किया जा रहा है. सरमेरा प्रखंड में बड़ी मलावां गांव के उच्च विद्यालय में बनाये गये सेंटर में मजदूरों के बीच ही शुक्रवार को मारपीट हो गई. इधर, बिहारशरीफ प्रखंड के नकटपुरा पंचायत के उपरावां गांव में भी सुविधाएं नहीं हैं. यहां पंचायत भवन में क्वारंटीन सेंटर में बनाए गए हैं, जिसमें विभिन्न प्रदेशों से आए करीब 60 लोगों को क्वारंटीन किया गया है.

क्वॉरेंटीन सेंटर में घर से आ रहा खाना
गोपालगंज जिले के एक क्वॉरेंटीन सेंटर में प्रवासी मजदूरों को प्रखंड की ओर से दो दिनों से खाना और नाश्ता नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में लोग अपने-अपने घरों से खाना मंगवा कर खा रहे हैं. इन लोगों को अभी तक सरकारी स्तर पर केवल एक साबुन के अलावा कुछ नहीं दिया गया है.

प्रवासी मजदूरों से JDU विधायक के बिगड़े बोल
शेखपुरा जिले के क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे विधायक से, जब मजदूरों ने रोजगार की मांग की तो विधायक भड़क उठे. उन्होंने मजदूरों को धमकी भरे लहजे में अपशब्द कहा. इसपर जब मजदूरों ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों जगह आपकी सरकार है. ऐसे में रोजगार देना आपका दायित्व है. तब विधायक ने एक बार फिर उस मजदूर से कहा, 'तुम बहुत बड़े नेता बन रहे हो, ये लड़का नेता है क्या?'

देश सेवा में जुट गई CRPF की महिला कांस्टेबल
'कोविड-19' से बचाव को लेकर देशभर में लॉकडाउन जारी है. इस तालाबंदी में आम लोग के साथ छुट्टी पर आये जवान भी फंसे हुए हैं. गया के कुजापी गांव में भी सीआरपीएफ की एक कांस्टेबल लॉकडाउन की वजह से फंसी हुई है, लेकिन वो घर में फंसने के बावजूद देश की सेवा में जुटी हुई है. सीआरपीएफ कांस्टेबल अपने परिवार के साथ मिलकर कोरोना योद्धाओं के लिए फेस शील्ड मास्क बना रही है.

लॉकडाउन : दोस्तों ने किया अंतिम संस्कार
भागलपुर में सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हुए पश्चिम बंगाल के गणेश साव की जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान बीते बुधवार को मौत हो गई. वहीं, पश्चिम बंगाल के कंकिनारा रह रहे गणेश के पिता महादेव साव के अलावा पत्नी और बच्चों को जानकारी दी गई. लेकिन लॉकडॉउन की वजह से परिवार का कोई नहीं सदस्य अंतिम संस्कार में नहीं आ सका. ऐसे में दोस्तों ने सारी जिम्मेदारी निभाई.

पोस्टमास्टर पर लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज
मुजफ्फरपुर में बीजेपी नेता चंद्रकिशोर पराशर ने जिले के सीजेएम कोर्ट में प्रधान डाकघर के हेड पोस्टमास्टर पर मुकदमा दर्ज कराया है. भाजपा नेता ने आरोप लगाया है कि पोस्ट ऑफिस में जान-बूझकर सोशल डिस्टेंस और लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

बेगूसराय में फंसे बाराती 60 दिन बाद कानपुर लौटे
बिहार के बेगूसराय में दुल्हन के घर में लगभग 60 दिन बिताने के बाद ग्यारह सदस्यीय बारात दुल्हन के साथ आखिरकार अपने घर लौट आई. जो परिवार गुरुवार को चौबेपुर में अपने घर वापस आया था, वह अब 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन में हैं.

पटना: विभिन्न राज्यों से विशेष ट्रेनों से बिहार आने का सिलसिला जारी है. रविवार को भी दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी ट्रेनों से बिहार आएंगे. 104 ट्रेनें रविवार को बिहार पहुंचेंगी, जिनसे 1 लाख 70 हजार लोग आएंगे. सबसे अधिक गुजरात से 24 ट्रेनें आएंगी, जिसससे तकरीबन 40 हजार प्रवासी आएंगे. वहीं, महाराष्ट्र से 18 ट्रेनें आनी हैं, जिनमें 30 हजार लोग रहेंगे.

इस बीच, भारतीय रेलवे ने राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान 2,600 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिए एक मई से अभी तक राज्य के अंदर और एक से दूसरे राज्यों के बीच 36 लाख से अधिक लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है. रेलवे ने अब अगले 10 दिनों में 2,600 और ट्रेनें संचालित करने की योजना बनाई है.

श्रमिकों को होम क्वारंटीन में भेजने का फैसला
बता दें कि देश के अलग-अलग राज्यों और शहरों से प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में बिहार लौट रहे हैं. अब हालत यह है कि प्रदेश के प्रखंड मुख्यालयों पर बनाए गए क्वारंटीन सेंटरों में जगह नहीं बची है. ऐसे में प्रशासन ने दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, कोलकाता, बेंगलुरु, सूरत, अहमदाबाद, मुंबई और पुणे को छोड़कर अन्य शहरों से वापस आ रहे श्रमिकों को होम क्वारंटीन में भेजने का फैसला किया है. प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने इस आशय का पत्र सभी जिला पदाधिकारियों को भेज दिया है.

लॉकडाउन उल्लंघन : अब तक 2345 गिरफ्तार
इस बीच, लॉकडाउन के चौथे चरण को सफल बनाने के लिए पुलिस नियम का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई कर रही है. अब तक पूरे राज्य में कुल 2184 लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं, 2345 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.

नालंदा के क्वारंटीन सेंटरों में सुविधाओं का अभाव
बिहार के नालंदा जिले के क्वारंटीन सेंटरों में सुविधा की कमी को लेकर कहीं ना कहीं प्रवासी मजदूरों द्वारा प्रतिदिन हंगामा किया जा रहा है. सरमेरा प्रखंड में बड़ी मलावां गांव के उच्च विद्यालय में बनाये गये सेंटर में मजदूरों के बीच ही शुक्रवार को मारपीट हो गई. इधर, बिहारशरीफ प्रखंड के नकटपुरा पंचायत के उपरावां गांव में भी सुविधाएं नहीं हैं. यहां पंचायत भवन में क्वारंटीन सेंटर में बनाए गए हैं, जिसमें विभिन्न प्रदेशों से आए करीब 60 लोगों को क्वारंटीन किया गया है.

क्वॉरेंटीन सेंटर में घर से आ रहा खाना
गोपालगंज जिले के एक क्वॉरेंटीन सेंटर में प्रवासी मजदूरों को प्रखंड की ओर से दो दिनों से खाना और नाश्ता नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में लोग अपने-अपने घरों से खाना मंगवा कर खा रहे हैं. इन लोगों को अभी तक सरकारी स्तर पर केवल एक साबुन के अलावा कुछ नहीं दिया गया है.

प्रवासी मजदूरों से JDU विधायक के बिगड़े बोल
शेखपुरा जिले के क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे विधायक से, जब मजदूरों ने रोजगार की मांग की तो विधायक भड़क उठे. उन्होंने मजदूरों को धमकी भरे लहजे में अपशब्द कहा. इसपर जब मजदूरों ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों जगह आपकी सरकार है. ऐसे में रोजगार देना आपका दायित्व है. तब विधायक ने एक बार फिर उस मजदूर से कहा, 'तुम बहुत बड़े नेता बन रहे हो, ये लड़का नेता है क्या?'

देश सेवा में जुट गई CRPF की महिला कांस्टेबल
'कोविड-19' से बचाव को लेकर देशभर में लॉकडाउन जारी है. इस तालाबंदी में आम लोग के साथ छुट्टी पर आये जवान भी फंसे हुए हैं. गया के कुजापी गांव में भी सीआरपीएफ की एक कांस्टेबल लॉकडाउन की वजह से फंसी हुई है, लेकिन वो घर में फंसने के बावजूद देश की सेवा में जुटी हुई है. सीआरपीएफ कांस्टेबल अपने परिवार के साथ मिलकर कोरोना योद्धाओं के लिए फेस शील्ड मास्क बना रही है.

लॉकडाउन : दोस्तों ने किया अंतिम संस्कार
भागलपुर में सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हुए पश्चिम बंगाल के गणेश साव की जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान बीते बुधवार को मौत हो गई. वहीं, पश्चिम बंगाल के कंकिनारा रह रहे गणेश के पिता महादेव साव के अलावा पत्नी और बच्चों को जानकारी दी गई. लेकिन लॉकडॉउन की वजह से परिवार का कोई नहीं सदस्य अंतिम संस्कार में नहीं आ सका. ऐसे में दोस्तों ने सारी जिम्मेदारी निभाई.

पोस्टमास्टर पर लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज
मुजफ्फरपुर में बीजेपी नेता चंद्रकिशोर पराशर ने जिले के सीजेएम कोर्ट में प्रधान डाकघर के हेड पोस्टमास्टर पर मुकदमा दर्ज कराया है. भाजपा नेता ने आरोप लगाया है कि पोस्ट ऑफिस में जान-बूझकर सोशल डिस्टेंस और लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

बेगूसराय में फंसे बाराती 60 दिन बाद कानपुर लौटे
बिहार के बेगूसराय में दुल्हन के घर में लगभग 60 दिन बिताने के बाद ग्यारह सदस्यीय बारात दुल्हन के साथ आखिरकार अपने घर लौट आई. जो परिवार गुरुवार को चौबेपुर में अपने घर वापस आया था, वह अब 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन में हैं.

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