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नवादा: टीका नहीं तो जीवन नहीं, लोगों को जागरुक करने के लिए नृत्य संगीत के साथ नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन - कोरोना टीकाकरण के लिए जागरुकता अभियान

नवादा में कोरोना टीकाकरण के लिए लोगों को जागरुक करने के लिए गीत-संगीत, नुक्कड़ नाटक का सहारा लिया जा रहा है. स्थानीय भाषा में टीकाकरण के महत्व के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है. जागरुकता के बाद लोग भी अब कोरोना टीक लगवा रहे हैं.

टीकाकरण करवाने के लिए नुक्कड़ नाटक का सहारा
टीकाकरण करवाने के लिए नुक्कड़ नाटक का सहारा
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Published : Aug 23, 2021, 3:23 AM IST

नवादा: जिलाधिकारी यशपाल मीणा (DM Yashpal Meena) के आदेश के आलोक में कोविड-19 (COVID-19) से बचाव के लिए टीकाकरण (Vaccination) के लिए, गीत-संगीत, नृत्य के साथ नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन (Street Play Performance) किया जा रहा है. स्थानीय लोगों के स्थानीय भाषा (Local Language) में टीकाकरण के महत्व के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है. लोग नुक्कड़ नाटक प्रदर्शन को देखने आ रहे हैं उन्हें कोविड-19 के लिए टीकाकरण और टेस्टिंग (Corona Test) के बारे में बताया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- बिहार में कोरोना वैक्सीन की कमी नहीं, दिसंबर तक सबका टीकाकरण: मंगल पांडेय
टीम लीडर विनोद सिंह ने बताया कि काफी संख्या में लोग नुक्कड़ नाटक प्रदर्शन को देखने आ रहे हैं और उन्हें कोविड-19 के लिए टीकाकरण और टेस्टिंग के बारे में बताया जा रहा है. जिलाधिकारी का स्पष्ट निर्देश के बाद जिलेवासियों को कोविड के संक्रमण से रोकथाम को सर्वोच्च प्राथमिकता दिया जा रहा है. इसके लिए प्रतिदिन15 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण और टेस्टिंग भी की जा रही है.

देखें वीडियो

उन्होने कहा कि अभी जिले में कोई रोगी नहीं है फिर भी अभी हमें सचेत रहना है. कोविड-19 का खतरा अभी टला नहीं है. कोरोना अभी सुसुप्त अवस्था में चला गया है जिससे हमें सचेत रहना है और आगे बढ़ कर दोनों डोज का टीका लेना है.

ये भी पढ़ें- मिसाल! 100 फीसदी वैक्सीनेशन करने वाला पहला प्रखंड बना बनकटवा, स्वास्थ्य मंत्री ने दी बधाई
टोले में पहले टीकाकरण की टीम को देखते ही घरों में लोग छुप जाते थे लेकिन नुक्कड़ नाटक प्रदर्शन के उपरांत में काफी परिवर्तन आया है. लोग आगे बढ़कर टीका लेने आ रहे हैं. लोगों को आभास हो गया है कि जीवन जीना है तो टीका लेना होगा. जिनको जीवन प्यारा है, उन्हें टीका से भी प्यार करना होगा.

डीपीआरओ ने बताया कि टीका नहीं तो जीवन नहीं, के तर्ज पर गीत-संगीत और नाटक के माध्यम से स्थानीय भाषा में महादलित टोले में नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया जा रहा है. सैकड़ों लोग उपस्थित होकर संकल्प लेते हैं कि टीका केंद्रों पर जाकर टीका जरूर लेंगे और जिला को कोविड-19 के संक्रमण से नवादा जिला को मुक्त रखने में अपनी भागीदारी निभाएंगे.

ये भी पढ़ें- 100% टीका ले चुके गांव को मिली सौगात, बरसों पुरानी समस्या के समाधान से फूले नहीं समा रहे लोग

बताते चलें कि सीआरएस के आंकड़ों के मुताबिक कोविड-19 की शुरुआत के बाद 2 लाख 51 हजार से अधिक मौतें हुईं, जिनमें से 1 लाख 26 हजार मौतें ऐसी थीं जो 2021 के शुरुआती 5 महीनों में दर्ज की गईं, जबकि इस अवधि में कोविड-19 से मौत की संख्या लगभग 4000 थी. सीआरएस के आंकड़ों से ये पता चलता है कि आधिकारिक तौर पर कोविड-19 की मौत का आंकड़ा 48.6 गुना कम था. ऐसे में कोरोना के प्रति अभी भी लोगों को सचेत रहने की जरुरत है. कोरोना टीकाकरण सभी के लिए जरुरी है.

ये भी पढ़ें- वैक्सीनेशन सेंटर पर उमड़ रही भीड़ से सरकारी व्यवस्था की खुल रही पोल

ये भी पढ़ें- पटना जिले के 9 नगर निकायों में हुआ शत प्रतिशत 18+ कोरोना टीकाकरण

नवादा: जिलाधिकारी यशपाल मीणा (DM Yashpal Meena) के आदेश के आलोक में कोविड-19 (COVID-19) से बचाव के लिए टीकाकरण (Vaccination) के लिए, गीत-संगीत, नृत्य के साथ नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन (Street Play Performance) किया जा रहा है. स्थानीय लोगों के स्थानीय भाषा (Local Language) में टीकाकरण के महत्व के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है. लोग नुक्कड़ नाटक प्रदर्शन को देखने आ रहे हैं उन्हें कोविड-19 के लिए टीकाकरण और टेस्टिंग (Corona Test) के बारे में बताया जा रहा है.

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टीम लीडर विनोद सिंह ने बताया कि काफी संख्या में लोग नुक्कड़ नाटक प्रदर्शन को देखने आ रहे हैं और उन्हें कोविड-19 के लिए टीकाकरण और टेस्टिंग के बारे में बताया जा रहा है. जिलाधिकारी का स्पष्ट निर्देश के बाद जिलेवासियों को कोविड के संक्रमण से रोकथाम को सर्वोच्च प्राथमिकता दिया जा रहा है. इसके लिए प्रतिदिन15 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण और टेस्टिंग भी की जा रही है.

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उन्होने कहा कि अभी जिले में कोई रोगी नहीं है फिर भी अभी हमें सचेत रहना है. कोविड-19 का खतरा अभी टला नहीं है. कोरोना अभी सुसुप्त अवस्था में चला गया है जिससे हमें सचेत रहना है और आगे बढ़ कर दोनों डोज का टीका लेना है.

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टोले में पहले टीकाकरण की टीम को देखते ही घरों में लोग छुप जाते थे लेकिन नुक्कड़ नाटक प्रदर्शन के उपरांत में काफी परिवर्तन आया है. लोग आगे बढ़कर टीका लेने आ रहे हैं. लोगों को आभास हो गया है कि जीवन जीना है तो टीका लेना होगा. जिनको जीवन प्यारा है, उन्हें टीका से भी प्यार करना होगा.

डीपीआरओ ने बताया कि टीका नहीं तो जीवन नहीं, के तर्ज पर गीत-संगीत और नाटक के माध्यम से स्थानीय भाषा में महादलित टोले में नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया जा रहा है. सैकड़ों लोग उपस्थित होकर संकल्प लेते हैं कि टीका केंद्रों पर जाकर टीका जरूर लेंगे और जिला को कोविड-19 के संक्रमण से नवादा जिला को मुक्त रखने में अपनी भागीदारी निभाएंगे.

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बताते चलें कि सीआरएस के आंकड़ों के मुताबिक कोविड-19 की शुरुआत के बाद 2 लाख 51 हजार से अधिक मौतें हुईं, जिनमें से 1 लाख 26 हजार मौतें ऐसी थीं जो 2021 के शुरुआती 5 महीनों में दर्ज की गईं, जबकि इस अवधि में कोविड-19 से मौत की संख्या लगभग 4000 थी. सीआरएस के आंकड़ों से ये पता चलता है कि आधिकारिक तौर पर कोविड-19 की मौत का आंकड़ा 48.6 गुना कम था. ऐसे में कोरोना के प्रति अभी भी लोगों को सचेत रहने की जरुरत है. कोरोना टीकाकरण सभी के लिए जरुरी है.

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