नवादा: गर्मियों में पेयजल की समस्या जिले के कई गांवों में हैं. ईटीवी भारत लगातार ऐसे गांवों की खबरें चलाता रहा है. वहीं, प्रशासन ने समस्या को दूर करने के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया है. लेकिन ईटीवी की पड़ताल में कई गांवों में इस नंबर की जानकारी ग्रामीणों को नहीं थी. नवादा के एक रहीम बिगहा गांव में ईटीवी भारत ने जब लोगों को नंबर की जानकारी दी. जब लोगों ने उस नंबर पर पानी के लिए फोन किया तो एक घंटे के अंदर पानी उनके पास पहुंच गया.
जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर गोविंदपुर प्रखंड के रहीम बिगहा गांव में पानी की भारी किल्लत थी. इस बाबत ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने जब लोगों से टोल फ्री नंबर के बारे में जानकारी ली, तो लोगों ने जानकारी नहीं होने की बात बताई. जिसके बाद रिपोर्टर ने लोगों को टोल फ्री नंबर 06324-210036 से अवगत कराया.
एक घंटे में मिला पानी...
लोगों ने जैसे ही इस नंबर पर फोन लगाया. लगभग एक घंटे के अंदर पानी से भरा टैंकर गांव में पहुंच गया. पानी देखते ही लोगों के चेहरे खिल उठे. इनके बीच पहली बार पानी से भरा सरकारी टैंकर पहुंचा तो खुशी के मारे ग्रामीण महिलाएं हो या पुरुष या फिर बच्चे सभी झूम उठे. हमारी ओर से पहल होने के बाद प्रशासन ने भी इस टोल फ्री नंबर के बारे में लोगों को जागरूक करने का काम शुरू कर दिया.
रहती थी पानी की घोर समस्या
बता दें कि इस गांव में अभी तक नल-जल योजना नहीं पहुंच पाई है. यहां की महिलाएं गांव से दुर्गम पहाड़ के रास्ते लगभग 5 किमी का सफर तय कर खखनुआ पहाड़ से पानी लाती थीं. उसी पानी से घर का सारा काम होता था, तड़पते मवेशियों को भी पानी पिलाकर प्यास बुझायी जाती थी. लेकिन आज पानी के भरे टैंकर के पहुंचते ही इनकी जान में जान आ गई.
क्या है 'हर घर नल जल' योजना?
- इस योजना के तहत घर-घर पेयजल की व्यवस्था कराना है.
- इसके लिए जिन गांवों में वाटर सप्लाई की व्यवस्था अभी नहीं हो पाई है, उन गांवों के लिए वाटर टैंकर से पानी आपूर्ति की जा रही है.
- इसके लिए प्रशासन ने टोल फ्री नंबर जारी किए हैं.
- इन नंबरों पर कॉल करते ही लोगों को वाटर टैंकर उपलब्ध हो जाता है.
- अभियंताओं को इन नंबरों की जानकारी आम लोगों तक देने की जिम्मेदारी है.
- बहुत कम लोगों को इस नंबर की जानकारी है.
क्या कहते हैं ग्रामीण?
हम लोग पानी के बिना मर रहे थे. सुबह हमने नौ बजे कॉल किया और एक घंटे के अंदर हमारे पास टैंकर पहुंच गया. इससे पहले पानी लाने के लिए यहां से 5 किमी दूर जाना पड़ता था. पानी आ जाने से सभी खुश हैं. खासकर महिलाएं पानी आ जाने से ज्यादा खुश दिखीं और डीएम साहब को धन्यवाद दिया.
लोगों ने कहा- 'थैंक यू ईटीवी भारत'
गांव के लोगों ने ईटीवी भारत का धन्यवाद करते हुए कहा कि हमें टोल फ्री / नियंत्रण कक्ष नंबर की जानकारी नहीं थी. हमें यह भी पता नहीं था कि इस नंबर पर कॉल करने से पानी मिल जाएगा. हम ईटीवी भारत का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने इस नंबर की जानकारी दी.