नवादा: केंद्र सरकार के आदेश के बाद से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है. श्रमिक और प्रवासियों की घर-वापसी हो रही है, जिसके मद्देनजर सूबे के कई रेलवे स्टेशन फिर से गुलज़ार हो गए हैं. लेकिन, नवादा रेलवे स्टेशन को गुलज़ार होने का अभी भी इंतजार है. कभी दर्जनों ट्रेन इस रूट से भाया नवादा होकर गुजरती थीं. अब ना पटरी पर ट्रेनें दौड़ रही है और ना ही प्लेटफॉर्म पर पैसेंजर्स की भीड़ है.
8 दर्जन पैसेंजर ट्रेनों का होता था परिचालन
स्टेशन मास्टर राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि, लॉकडाउन से पहले इस रूट पर करीब 8 दर्जन पैसेंजर ट्रेनें चलती थी. लंबी दूरी के लिए भागलपुर-नई दिल्ली गरीब रथ और कामाख्या एक्सप्रेस का परिचालन भी होता था. इससे रेलवे को लाखों का रेवेन्यू मिलता था. लेकिन लॉकडाउन की वजह से सबकुछ ठप पड़ा है.
भागलपुर नई दिल्ली गरीब रथ का परिचालन भी बंद
नवादा से दिल्ली जानेवाली इकलौती ट्रेन भागलपुर नई दिल्ली गरीब रथ का परिचालन भी बंद है. इस वजह से नवादा के बाशिंदों को दिल्ली से सीधे अपने गृह जिले तक पहुंचने की उम्मीद भी कम ही है. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर देश के इतिहास में पहली बार रेलवे ने ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया. 24 मार्च से जारी लॉकडाउन में सभी यात्री गाड़ियों के परिचालन पर रोक लगी है. हाल में प्रवासी मजदूरों और श्रमिकों को अपने घर तक पहुंचाने के लिए कुछ स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है.