नवादाः जिले के सदर प्रखंड स्थित समाय गांव में जल जीवन हरियाली के तहत तालाब की खुदाई के दौरान पौराणिक मूर्तियां मिली है. जिसके बाद बिहार राज्य पुरातत्व विभाग से जांच के लिए टीम भेजी गई है. पुरातत्व विभाग की टीम ने तालाब से निकली प्राचीनकालीन मूर्तियों का जायजा लिया.
![village](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/7584366_patna.jpg)
तालाब की खुदाई के दौरान मिली पौराणिक मूर्तियां
हालांकि, प्राचीन अवशेष कितनी साल पुरानी है और इसकी ऐतिहासिक पहलू क्या है. इसपे पुरातत्व विभाग ने अभी कुछ स्पष्ट नहीं किया है, पर इतना जरूर कहा है कि यहां से मिली मूर्तियों के जांच से कुछ नए ऐतिहासिक जानकारी मिल सकती है.
बिहार राज्य पुरातत्व विभाग की टीम कर रही जांच
बिहार राज्य पुरातत्व विभाग से आये दो तकनीकी सहायकों हर्ष रंजन कुमार और डॉ. राजा अंबेडकर ने तालाब से मिले प्राचीन मूर्तियों का जायजा तो लिया. इसके अलावा गांव में घूम-घूम कर पहले प्राप्त मूर्तियों के अवशेष को देखा, उसकी मापी ली और ग्रामीणों से समाय गांव के बारे में जानकारी ली.
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गांव में घूमघूम कर लिया मूर्तियों का मापी
बात दें कि समाय गांव में पहले भी खुदाई के दौरान प्राचीन मूर्तियां मिल चुकी है. जिसमें से कुछ मूर्तियां नारदी संग्रहालय में सहेजकर रखी गई है. ग्रामीण का कहना है कि यह गांव काफी प्राचीन समय से बसा हुआ है. यहां प्राचीन मूर्तियां मिलती रहती है. जिस प्रकार से यहां धार्मिक मूर्तियां मिल रही ,है उससे लोगों का यही मानना है कि यह स्थान पहले धर्मस्थान रही होगी.