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नवादा में 48 दिनों से लापता था मासूम.. शौचालय की टंकी से बरामद हुआ शव - nawada latest news

नवादा में लापता बच्चे का शव (Missing Child dead Body Found In Nawada) मिला है. मृतक बच्चे के परिजनों का कहना है कि 28 जनवरी से बच्चे लापता था. इसको लेकर परिवार कई दिनों तक थाने और प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर काटता रहा, मगर उन्हें कुछ सफलता हासिल नहीं हुई. गुरुवार को बच्चे की लाश निर्माणाधीन मकान के शौचालय की टंकी में मिली है. शव मिलने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं. पढ़ें पूरी खबर..

Missing child body found in Nawada
Missing child body found in Nawada
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Published : Mar 17, 2022, 3:43 PM IST

Updated : Mar 17, 2022, 5:33 PM IST

नवादा: बिहार के नवादा जिले में 48 दिनों से लापता बच्चे की लाश बरामद (Missing child's body recovered) हुई है. शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. मृतक की पहचान पकरीबरावां थाना (Pakribarawan Police Station) क्षेत्र के ज्यूरी गांव के मोहम्मद वाहिद के 5 वर्षीय पुत्र मोहम्मद अबू तालिब के रूप में हुई है, जो विगत 28 जनवरी से लापता था. शव मिलने की सूचना गांव में खेल रहे बच्चों ने दी. जिसके बाद ग्रामीण ने निर्माणाधीन मकान के शौचालय के पास पहुंचे तो उन्होंने टंकी में बच्चे के शव को देखा.

यह भी पढ़ें - बांका में युवक की संदिग्ध मौत, मौके पर मिलीं शराब की खाली बोतलें और सिगरेट

शव देखने से प्रतीत हो रहा है कि बच्चे की हत्या कई दिन पूर्व कर लाश को टंकी में फेंक दिया गया है. परिजनों ने बताया कि उसके अपहरण की प्राथमिकी पकरीबरावां थाने में दर्ज कराई गई थी. मोहम्मद अबू के पिता ने बताया कि पुलिस की लापरवाही के कारण ही उनका बच्चा आज तक जीवित बरामद नहीं हो सका और आज उसकी लाश बरामद हुई है.



मृतक बच्चे के पिता मोहम्मद अबू ने कहा कि वो इस मामले में कई बार थानों का चक्कर काटते रहे, मगर पुलिस ने केवल इस मामले में अनुसंधान जारी की बात कही. इस दौरान वह नवादा पुलिस कप्तान से भी कई बार मिले, वहां से भी काम अनुसंधान जारी रहने की बात कही गई. उन्होंने बताया कि एसपी से उन्होंने गुहार लगाई थी कि इस मामले में एक एसआईटी का गठन किया जाए. ताकि उनके बच्चे की जल्द से जल्द बरामदगी हो सके, मगर ऐसा कुछ हो न सका.

28 जनवरी से लापता बच्चे के लिए परिवार कई दिनों तक थाने और प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर काटता रहा, मगर उन्हें कुछ सफलता हासिल नहीं हुई. एक सप्ताह से ज्यादा दिन पूर्व किसी अज्ञात नंबर से फिरौती के लिए फोन भी मृतक के पिता के मामा पर आया था, जिसकी जानकारी पुलिस को दे दी गयी थी और गुरुवार को जब गांव के बच्चे घर के समीप जब खेल रहे थे, तो शौचालय की टंकी में एक लाश की बात ग्रामीणों को बताई. जिसके बाद ग्रामीणों ने उस बच्चे की पहचान की.

इस घटना की सूचना मिलते ही पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को शौचालय की टंकी से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए नवादा सदर अस्पताल भिजवाया. लाश के मिलने के बाद परिजनों में काफी आक्रोश है और गम का माहौल भी कायम हो गया है. अब ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर पुलिस की कार्रवाई किस तरह से चल रही थी कि 48 दिन के बाद भी बच्चे का कोई भी अता पता नहीं लगा.

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नवादा: बिहार के नवादा जिले में 48 दिनों से लापता बच्चे की लाश बरामद (Missing child's body recovered) हुई है. शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. मृतक की पहचान पकरीबरावां थाना (Pakribarawan Police Station) क्षेत्र के ज्यूरी गांव के मोहम्मद वाहिद के 5 वर्षीय पुत्र मोहम्मद अबू तालिब के रूप में हुई है, जो विगत 28 जनवरी से लापता था. शव मिलने की सूचना गांव में खेल रहे बच्चों ने दी. जिसके बाद ग्रामीण ने निर्माणाधीन मकान के शौचालय के पास पहुंचे तो उन्होंने टंकी में बच्चे के शव को देखा.

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शव देखने से प्रतीत हो रहा है कि बच्चे की हत्या कई दिन पूर्व कर लाश को टंकी में फेंक दिया गया है. परिजनों ने बताया कि उसके अपहरण की प्राथमिकी पकरीबरावां थाने में दर्ज कराई गई थी. मोहम्मद अबू के पिता ने बताया कि पुलिस की लापरवाही के कारण ही उनका बच्चा आज तक जीवित बरामद नहीं हो सका और आज उसकी लाश बरामद हुई है.



मृतक बच्चे के पिता मोहम्मद अबू ने कहा कि वो इस मामले में कई बार थानों का चक्कर काटते रहे, मगर पुलिस ने केवल इस मामले में अनुसंधान जारी की बात कही. इस दौरान वह नवादा पुलिस कप्तान से भी कई बार मिले, वहां से भी काम अनुसंधान जारी रहने की बात कही गई. उन्होंने बताया कि एसपी से उन्होंने गुहार लगाई थी कि इस मामले में एक एसआईटी का गठन किया जाए. ताकि उनके बच्चे की जल्द से जल्द बरामदगी हो सके, मगर ऐसा कुछ हो न सका.

28 जनवरी से लापता बच्चे के लिए परिवार कई दिनों तक थाने और प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर काटता रहा, मगर उन्हें कुछ सफलता हासिल नहीं हुई. एक सप्ताह से ज्यादा दिन पूर्व किसी अज्ञात नंबर से फिरौती के लिए फोन भी मृतक के पिता के मामा पर आया था, जिसकी जानकारी पुलिस को दे दी गयी थी और गुरुवार को जब गांव के बच्चे घर के समीप जब खेल रहे थे, तो शौचालय की टंकी में एक लाश की बात ग्रामीणों को बताई. जिसके बाद ग्रामीणों ने उस बच्चे की पहचान की.

इस घटना की सूचना मिलते ही पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को शौचालय की टंकी से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए नवादा सदर अस्पताल भिजवाया. लाश के मिलने के बाद परिजनों में काफी आक्रोश है और गम का माहौल भी कायम हो गया है. अब ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर पुलिस की कार्रवाई किस तरह से चल रही थी कि 48 दिन के बाद भी बच्चे का कोई भी अता पता नहीं लगा.

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Last Updated : Mar 17, 2022, 5:33 PM IST
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