नवादा: बिहार के नवादा में बाइक से जा रहे एक दंपती पर मंगलवार को बिजली (Lightning fell on couple in Nawada )गिर गई. वज्रपात की चपेट में आने से पत्नी की मौत हो गई और पति गंभीर रूप से झुलस गया. यह घटना मंगलवार को परना डाबर थानाक्षेत्र के भोलाकुरहा गांव के पास हुई. हादसे के वक्त दंपती बाइक पर सवार हो उधर से गुजर रहे थे. पत्नी सुनैना देवी की मौत घटनास्थल (Woman died due to lightning ) पर ही हो गई. वहीं पति मिथलेश रविदास झुलसकर गम्भीर रूप से घायल हो गए हैं.
ये भी पढ़ेंः नवादा में आकाशीय बिजली गिरने से चार लोगों की मौत, एक घायल
आपदा के तहत मुआवजे की मांगः झुलसने से घायल व्यक्ति को एम्बुलेंस के सहारे सिरदला अस्पताल लाया गया. यहां चिकित्सक दीपेंद्र कुमार, मनीष कुमार और प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ. राजीव कुमार ने संयुक्त रूप से प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए नवादा सदर अस्पताल रेफर कर दिया है. इधर घटना की सूचना मिलते ही बीडीओ डॉ. राजेश कुमार दिनकर, सीओ गुलाम सरवर, थानाध्यक्ष सरोज कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार ने मृत महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नवादा भेज दिया है. चौबे मुखिया प्रतिनिधि ब्रह्मदेव राजवंशी, सांढ़ मुखिया प्रतिनिधि दिनेश यादव, प्रमुख प्रतिनिधि विनय कुमार गुप्ता, पैक्स अध्यक्ष लालू चौधरी, चौबे पैक्स अध्य्क्ष जगदेव प्रसाद आदि ने स्वजनों को सांत्वना देकर आपदा प्रबंध से मुआवजा सहायता राशि दिलाने की मांग की है.
कैसे हुआ हादसाः परिजन ने बताया कि मेसकौर क्षेत्र के पीड़िया गांव स्थित मौसा ससुर के घर श्राद्ध में शामिल होने गए थे. वहां से श्राद्ध खत्म होने के बाद अपने घर भेलवाटांड़ लौट रहे थे. इसी क्रम में भोलाकुरहा गांव पहुंचते ही अचानक उनलोगों पर ठनका गिर गया. इस दौरान बाइक पर बैठी महिला की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी. सूचना के बाद भोला कुरहा मोहगायन, कुंडा, निम टांड कृष्ना नगर आदि गांव के लोग ने घटनास्थल पर पहुंचे और घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया.
वज्रपात से 7 साल में सोलह सौ लोगों की मौत : बिहार में आकाशीय बिजली यानी वज्रपात से लोगों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. बिहार सरकार की ओर से वज्रपात की जानकारी के लिए पटना सहित खगड़िया, रोहतास, नवादा, पूर्वी चंपारण, दरभंगा और पूर्णिया में कुल आठ अर्थ नेटवर्क सेंसर लगाए गए हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार की ओर से पटना, गया, दरभंगा में अलग से अर्थ नेटवर्क सेंसर लगे हुए हैं. मौसम विभाग बिहार सरकार (Meteorological Department Government of Bihar) का आपदा विभाग और सूचना जनसंपर्क विभाग के तरफ से यह लगातार दावा होता रहा है कि 3 घंटा पहले वज्रपात और मौसम की जानकारी मुहैया कराई जा रही है.
ये भी पढ़ेंः बिहार में कहर बनकर टूट रही आसमानी आफत, 7 साल में 1625 लोगों की मौत, अब तक 200 की गई जान