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बिहार के कौशलेंद्र ने जेल से क्वालीफाई की IIT- JAM की परीक्षा, देशभर में हासिल किया 54वां रैंक

बिहार के नवादा जिले के कौशलेंद्र कुमार (Kaushalendra Got 54th Rank In IIT-JAM) ने जेल से आईआईटी क्वालीफाई कर युवाओं के लिए बड़ी मिसाल पेश की है. कौशलेंद्र ने साबित कर दिया है कि जब मंजिल सपना बन जाए तो उसे हासिल करने से कोई बाधा नहीं रोक सकती. आगे पढ़ें पूरी खबर...

कौशलेंद्र कुमार
कौशलेंद्र कुमार
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Published : Mar 24, 2022, 10:36 AM IST

Updated : Mar 24, 2022, 7:20 PM IST

नवादाः घर, स्कूल और कॉलेज में पढ़कर तो लाखों छात्रों ने अपनी मंजिल हासिल की है. लेकिन बिहार के एक नौजवान ने जेल में रहकर अपना भविष्य संवार (IIT Preparation In Jail) लिया. जेल में बंद कैदी से शायद ही कोई ऐसी उम्मीद कर सकता है. लेकिन नवादा मंडल कारा में बंद एक विचाराधीन कैदी कौशलेंद्र कुमार ने आईआईटी क्वालीफाई (Kaushalendra From Nawada Qualified IIT-JAM Exam From Jail) करके सबको चौंका दिया. कौशलेंद्र को इस परीक्षा में 54 वीं रैंक मिली है, जिसकी चर्चा पूरे नवादा में हो रही है.

ये भी पढ़ेंः IIT Roorkee ने छात्राओं को दी बड़ी राहत, बिना गेट के मिलेगा एडमिशन

जानकारी के अनुसार, कौशलेंद्र कुमार उर्फ सूरज कुमार जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र (Warisliganj Police Station) के मोसमा गांव का रहने वाला है. बीते 19 अप्रैल 2021 को मौसमा गांव में हुई मारपीट की घटना के आरोप में वह जेल में बंद है. इस मारपीट में एक 45 वर्षीय युवक संजय यादव की मौत हो गई थी. सूरज का सपना वैज्ञानिक बनने का है. यही वजह है कि जेल आने के बाद भी उसने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी और सेल्फ स्टडी के जरिए ही तैयारी की.

ये भी पढ़ेंः IIT पटना के छात्रों ने सीखा रोबोट बनाने का तरीका, फर्श की सफाई करेगा 'रोबो'

बता दें कि सूरज कुमार करीब 11 महीने से जेल में बंद है और जेल से ही सेल्फ स्टडी कर आईआईटी क्वालीफाई कर गए. आईआईटी रुड़की द्वारा जारी रिजल्ट में उन्हें 54वां रैंक मिला है. आईआईटी के द्वारा हर साल जॉइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर( IIT- JAM) का आयोजन करवाया जाता है. यह एक एंट्रेंस एग्जाम होता है. जिसके माध्यम से 2 वर्षीय एमएससी प्रोग्राम कोर्स में दाखिला मिलता है. सूरज के लिए आगे के कोर्स में जाने का रास्ता साफ हो गया है. उसने अपनी इस सफलता का श्रेय पूर्व जेल अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडे और अपने भाई वीरेंद्र कुमार को दिया है.

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नवादाः घर, स्कूल और कॉलेज में पढ़कर तो लाखों छात्रों ने अपनी मंजिल हासिल की है. लेकिन बिहार के एक नौजवान ने जेल में रहकर अपना भविष्य संवार (IIT Preparation In Jail) लिया. जेल में बंद कैदी से शायद ही कोई ऐसी उम्मीद कर सकता है. लेकिन नवादा मंडल कारा में बंद एक विचाराधीन कैदी कौशलेंद्र कुमार ने आईआईटी क्वालीफाई (Kaushalendra From Nawada Qualified IIT-JAM Exam From Jail) करके सबको चौंका दिया. कौशलेंद्र को इस परीक्षा में 54 वीं रैंक मिली है, जिसकी चर्चा पूरे नवादा में हो रही है.

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जानकारी के अनुसार, कौशलेंद्र कुमार उर्फ सूरज कुमार जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र (Warisliganj Police Station) के मोसमा गांव का रहने वाला है. बीते 19 अप्रैल 2021 को मौसमा गांव में हुई मारपीट की घटना के आरोप में वह जेल में बंद है. इस मारपीट में एक 45 वर्षीय युवक संजय यादव की मौत हो गई थी. सूरज का सपना वैज्ञानिक बनने का है. यही वजह है कि जेल आने के बाद भी उसने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी और सेल्फ स्टडी के जरिए ही तैयारी की.

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बता दें कि सूरज कुमार करीब 11 महीने से जेल में बंद है और जेल से ही सेल्फ स्टडी कर आईआईटी क्वालीफाई कर गए. आईआईटी रुड़की द्वारा जारी रिजल्ट में उन्हें 54वां रैंक मिला है. आईआईटी के द्वारा हर साल जॉइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर( IIT- JAM) का आयोजन करवाया जाता है. यह एक एंट्रेंस एग्जाम होता है. जिसके माध्यम से 2 वर्षीय एमएससी प्रोग्राम कोर्स में दाखिला मिलता है. सूरज के लिए आगे के कोर्स में जाने का रास्ता साफ हो गया है. उसने अपनी इस सफलता का श्रेय पूर्व जेल अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडे और अपने भाई वीरेंद्र कुमार को दिया है.

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Last Updated : Mar 24, 2022, 7:20 PM IST
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