नवादा: बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने शराबबंदी और नीतीश सरकार जमकर हमला बोला है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक ने रविवार को नवादा में कहा कि गरीब तो बदनाम है. बिहार में शराबबंदी के नाम पर गरीबों को जेल भेजा जा रहा है लेकिन सच्चाई यह है कि बिहार में नेता-मंत्री और अधिकारी रात 10 बजे के बाद घर में लाखों रुपये की महंगी शराब रोज पीते हैं.
पढ़ें-Nawada News : नवादा में हम की गरीब जनसभा..बेटे के साथ पहुंचे थे जीतनराम मांझी
नीतीश कुमार पर मांझी का तंज: मांझी ने कहा हमारे माता-पिता भी महुआ का शराब बनाते थे लेकिन मैंने और मेरे बेटे ने कभी शराब नहीं पिया, शराब अच्छी चीज नहीं है. शराब तो गरीब थकान के लिए पीते हैं लेकिन अमीर लाखों रुपए की शराब शौक से पीते हैं. नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि मुझे मुख्यमंत्री बनाने के बाद सोचा थे कि मैं कठपुतली की तरह उनके इशारे पर काम करूंगा. दो माह तक वाकई कठपुतली था लेकिन जब मैंने गरीबों के लिए काम करना शुरू किया तो पेट में दर्द होने लगा और 9 माह बाद मैं मजबूर होकर हट गया.
दलित और मुसलमानों को एक होने की सलाह: उन्होंने आगे कहा नीतीश कुमार से उम्र से बड़े हैं और उनसे पहले मैट्रिक किया. मुझे उनसे ज्यादा राजनीति का अनुभव है. रैली को संबोधित करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि वे जब गरीबों का काम करने लगे तो यादव, भूमिहार जाति के लोग कहते हैं कि वोट उन्होंने दिया और काम गरीबों के लिए कर रहे हैं. यही कारण है जीतन राम मांझी आठ बार विधायक बना है. उन्होंने दलित और मुसलमानों को एक होने के लिए कहा और बताया कि इससे बिहार और केंद्र में उनका राज होगा.
" मुझे मुख्यमंत्री बनाने के बाद सोचा थे कि मैं कठपुतली की तरह उनके इशारे पर काम करूंगा. दो माह तक वाकई कठपुतली था लेकिन जब मैंने गरीबों के लिए काम करना शुरू किया तो पेट में दर्द होने लगा और 9 माह बाद मैं मजबूर होकर हट गया." - जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम
भीड़ देख गदगद हुए जीतन राम मांझी: गरीब जनसभा रैली में भीड़ देख जीतन राम मांझी ने कहा कि समझ में आ गया होगा कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा क्या काम कर रही है कि गांधी मैदान में इतनी भीड़ है. मांझी ने कहा कि इसका मतलब साफ है कि लोग समझते हैं कि 'हम' पार्टी गरीबों के लिए कुछ करना चाहती है. इसको और ताकत देने की जरूरत है. महागठबंधन से अलग होने के बाद हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने एक बार फिर बिहार सरकार को जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशासन के नाम पर कुशासन की सरकार चला रहे हैं. पहले नीतीश कुमार जिसके कारण जाने जाते थे, वह समय अब चला गया है, अब उनको कोई और चला रहा है. अब बिहार में नीतीश कुमार की मर्जी से कुछ नहीं हो रहा है.
"बिहार में अपराध चरम पर है. हर तरफ भ्रष्टाचार व्याप्त है, ऐसे में 2025 के चुनाव में बिहार की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी. 2024 के चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ एक बार फिर एनडीए की सरकार आने जा रही है. नरेन्द्र मोदी पर जनता का विश्वास है. देश की हर जनता चाहती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही बने. विपक्षी गठबंधन कि एनडीए के सामने 'इंडिया' टिकने वाला नहीं है. हम लोग 2024 में देश के पीएम नरेन्द्र मोदी को फिर से गद्दी पर बैठाने का काम करेंगे. लोकसभा चुनाव में हम लोगों को सम्मान के साथ ही चुनाव के मैदान में भी उतारा जाएगा." -संतोष सुमन, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा